शिक्षकों ने कहा- प्रिंसिपल के अधीन करने से प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था बिगड़ेगी, सरकार तुरंत फैसला वापस ले
हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन,
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा क्लस्टर प्रणाली में किए गए प्रस्तावित बदलावों के विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ, जिला सिरमौर, ने रोष व्यक्त किया है। संघ ने अपनी गंभीर चिंताओं को उठाते हुए संसदीय कार्य एवं उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और स्थानीय विधायक अजय सोलंकी को एक ज्ञापन सौंपा।
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दोनों नेताओं ने शिक्षकों को आश्वासन दिया कि वे इस विषय पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करेंगे और समाधान का प्रयास करेंगे।प्राथमिक शिक्षकों का तर्क है कि वर्तमान में केंद्रीय मुख्य शिक्षक के अधीन प्राथमिक स्तर के क्लस्टर बहुत बेहतर कार्य कर रहे हैं,
इसलिए उन्हें बिना किसी कारण प्रिंसिपल के अधीन करना अव्यवस्था पैदा करेगा। संघ का कहना है कि इसी प्राथमिक शिक्षा की बदौलत हिमाचल आज ‘असर’ सर्वे में तीसरे स्थान पर है और 100% साक्षर राज्य बनने का गौरव मिला है।
शिक्षकों ने चिंता जताई कि पहाड़ी राज्य हिमाचल में यह बदलाव भौगोलिक रूप से कारगर नहीं होगा और इसके कारण केंद्रीय मुख्य शिक्षक व खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी जैसे पद समाप्त हो जाएंगे, जिससे प्राथमिक अध्यापकों की पदोन्नति पर असर पड़ेगा।
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का हवाला देते हुए कहा कि नीति में क्लस्टर को मजबूत करने और कक्षावार अध्यापक नियुक्त करने की बात कही गई थी।संघ ने कहा कि एक प्राथमिक अध्यापक का आठ कक्षाओं को पढ़ाना अपने आप में बड़ी समस्या है,
जिससे सरकारी स्कूलों पर अभिभावकों का विश्वास उठ रहा है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री जल्द हस्तक्षेप कर क्लस्टर प्रणाली के नए आदेशों को वापस लें। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि मांग पूरी नहीं होती है, तो जल्द ही जिला और राज्य स्तर पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
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