लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद जड़जा रोड़ पर भारी अवैध डम्पिंग

PARUL | 7 अगस्त 2023 at 2:25 pm

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

जड़जा नदी को पहुंचा नुकसान धार क्यारी वॉटर स्कीम भी प्रभावित

HNN/नाहन

नाहन कौंलावाला भूड़ रोड़ वाया जड़जा लम्बे समय से अवैध डम्पिंग की चपेट में है। क्षेत्र में भू माफ़िया द्वारा लैंड यूज़िस बदल कर बेचीं गई ज़मीनों के बाद बनाए जाने वाले प्लॉट्स का मलवा जड़जा खड्ड में बलक मात्रा में गिराया जाता है। यही नहीं इसमें अवैध डम्पिंग के चलते धार क्यारी वाटर स्कीम भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में बनाए गए स्कूल व कॉलेज़ भवन आदि एक बड़ी ऊपरी पहुंच वाले व्यक्ति के है। जिसके द्वारा लैंड डेवलप करने के दौरान लाखों टन मिट्टी और मलवा गिराया गया है। यह अवैध डम्पिंग बरसात में जड़जा नदी के प्रवाह को प्रभावित करते हुए भूमि कटाव का बड़ा जरिया बन गया है। हैरानी तो इस बात की है कि इस ऊपरी रसूख दार व्यक्ति के द्वारा अपने व्यवसायिक संस्थानों का गंदा पानी भी चुपचाप से खड्ड में बहाया जा रहा है। खड्ड के ऊपर की ओर बगैर प्रशासन की अनुमति के बड़े पंप मोटर लगा कर पानी भी उठाया जा रहा है।

बता दें कि अवैध डम्पिंग पर माननीय उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश के द्वारा पहले ही कड़ी चेतावनी जारी की गई है। बावजूद इसके इस सड़क पर अवैध डम्पिंग को लेकर संबंधित विभाग भी आँखे मूंदे बैठा है। वहीं लोक निर्माण विभाग न तो इस अवैध डम्पिंग को लेकर कोई कार्यवाही करता नज़र आ रहा है और न ही सड़क के किनारे अवैध डम्पिंग को लेकर कोई चेतावनी बोर्ड लगा रहा है। स्थानीय लोगो का कहना है कि क्षेत्र में किए गए अवैज्ञानिक ढंग से प्लॉट कटिंग को लेकर लोगों की उपजाऊ ज़मीनों पर भूस्खलन का खतरा मंडराने लगा है। यही नहीं कई लोगो को तो अपने घरों कोई सुरक्षा को लेकर चिंतायें बढ़ने लग पड़ी है।

उधर, इस बाबत जब लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता वि.के.अग्रवाल को बताया गया तो उन्होंने कहा कि इस कथित व्यक्ति के खिलाफ पहले भी नोटिस भेजा जा चुका है। अवैध डम्पिंग को लेकर पुलिस में एफआईआर भी दर्ज की गई है। विभाग के द्वारा प्राथमिक तौर पर जो कार्यवाही की जाती है वह की गई है। उन्होंने कहा कि वह एक बार फिर अवैध डम्पिंग को लेकर मौका निरीक्षण करेंगे। जो भी विभागी कार्यवाही बनती है वह अमल लाई जाएगी।

उधर, जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियन्ता आशीष राणा का कहना है कि प्रभावशाली व्यक्ति और कई लोगों द्वारा लगाई गई मोटर उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आती, मगर जो 300 मी. का दायरा होता है वह उनके अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सीवरेज का गंदा पानी खड्ड में जाता है तो यह गलत है इसकी जल्द ही जांच की जाएगी।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]