Himachalnow / शिमला
दूरवर्ती शिक्षण संस्थान ने स्टडी मैटीरियल और कक्षाओं को किया डिजिटल , छात्रों को घर बैठे मिलेगी सुविधा
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन (सीडीओई) ने उच्च शिक्षा को डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब तक छात्रों को पठन सामग्री हाथों-हाथ या डाक से भेजी जाती थी, लेकिन अब यह झंझट खत्म हो गया है। विश्वविद्यालय ने पठन सामग्री को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को भी आसानी से पढ़ाई का लाभ मिलेगा।
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ऑनलाइन शिक्षा की ओर कदम :
सीडीओई , जो 19 डिग्री और चार डिप्लोमा कोर्स संचालित करता है, अब अपनी पूरी पढ़ाई प्रक्रिया को डिजिटल कर रहा है। छात्रों को प्रवेश से लेकर कक्षाओं तक की सुविधा ऑनलाइन पहले ही दी जा रही थी। अब स्टडी मैटीरियल भी ऑनलाइन उपलब्ध होगा। पहले चरण में हर कोर्स के पहले सेमेस्टर और ईयर का स्टडी मैटीरियल अपलोड किया जा रहा है। इसके बाद अगले चरण में अन्य सेमेस्टर और ईयर की सामग्री भी अपलोड की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने 1970 में दूरवर्ती शिक्षा की शुरुआत की थी। 1995 में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और इसे ICDEOL का नाम दिया गया। 2022 में यूजीसी के आदेश पर इसका नाम बदलकर सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन (सीडीओई) कर दिया गया।
छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ:
डिजिटल स्टडी मैटीरियल से छात्रों को डाक या पते की समस्या से राहत मिलेगी। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सामग्री आसानी से उपलब्ध होने से पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा। फिलहाल इसके लिए छात्रों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। सीडीओई में हर साल लगभग 17,000 छात्र दाखिला लेते हैं, जिन्हें इस नई प्रणाली का लाभ मिलेगा।
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