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स्व. प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की स्मृति में भव्य साईं संध्या, सूफी सुरों से गूंजा ऊना का श्री रामलीला मैदान

PARUL | 9 नवंबर 2024 at 7:45 pm

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Himachalnow/ऊना/वीरेंद्र बन्याल

समाजसेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की स्मृति में शुक्रवार सांय ऊना के श्री रामलीला मैदान में एक भव्य साईं संध्या का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में सूफी ब्रदर्स हमसर हयात अथर निजामी और प्रसिद्ध गायक गुरप्रती गुप्पी ने कार्यक्रम को आध्यात्मिक सुरों से सजाया, जिसने हर किसी के हृदय को छू लिया।

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री, भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री, विधायक विवेक शर्मा और उनकी धर्मपत्नी मृदु शर्मा, विधायक सुदर्शन बबलू, कांग्रेस नेता संजीव सैणी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने प्रो. सिम्मी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके असाधारण योगदान को नमन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालुओं ने अपनी भावनाओं से प्रो. सिम्मी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

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उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस आयोजन के लिए युवा साईं समिति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रो. सिम्मी सिर्फ एक शिक्षाविद् ही नहीं थीं, बल्कि समाज सुधार की दिशा में एक आदर्श थीं। उनकी स्मृति और विचार हमारे लिए सदा प्रेरणास्रोत रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री न केवल एक महान शिक्षाविद् थीं, बल्कि समाज सेवा के प्रति भी गहरा समर्पण रखती थीं।   उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के भले में योगदान देना भी जरूरी है। उन्होंने आस्था फाउंडेशन के माध्यम से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा, नशा विरोधी आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।

प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जन्म 29 सितंबर 1968 को हुआ था, और उन्होंने 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी की। वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन की प्रोफेसर थीं और उनकी विद्वता, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक योगदान के लिए पूरे प्रदेश में सम्मानित की जाती थीं। उनके शिक्षण और शोध कार्यों का प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे अनगिनत विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली।

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