Himachalnow / बिलासपुर
बिलासपुर जिला प्रशासन ने मार्च में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए नेशनल लेवल की पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बनाई है। इस आयोजन के तहत रोमांचक पैराग्लाइडिंग स्पर्धा का अनुभव मिलेगा, जिसमें मानव परिंदे बिलासपुर की खूबसूरत घाटियों से उड़ान भरते नजर आएंगे।
पहली बार नेशनल लेवल पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता
प्रशासनिक प्रयास
यह पहली बार है जब जिला प्रशासन के स्तर पर इस तरह की राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि आयोजन की तैयारी जोरों पर है और जिला प्रशासन ने पर्यटन विभाग से फंडिंग के लिए प्रस्ताव भेजा है। फंडिंग अप्रूवल मिलने के बाद आयोजन की तारीख तय की जाएगी।
महत्व और रोमांच
यह प्रतियोगिता बिलासपुर के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इसमें राष्ट्रीय स्तर के पैराग्लाइडिंग खिलाड़ी भाग लेंगे, जिससे जिले के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोमांच प्रेमियों के लिए यह एक यादगार अनुभव बनेगा।
उड़ान और लैंडिंग का स्थान
बंदलाधार से उड़ान, गोबिंदसागर में लैंडिंग
बिलासपुर की बंदलाधार पहाड़ी को पैराग्लाइडिंग के लिए स्थायी साइट घोषित किया गया है। यहां से पायलट बिलासपुर के लुहणू मैदान तक उड़ान भरते हैं। खास बात यह है कि गोबिंदसागर झील पैराग्लाइडिंग की लैंडिंग साइट के रूप में इस्तेमाल की जाती है, जो इस आयोजन को और भी आकर्षक बनाती है।
अनुभव और ट्रेनिंग
अब तक राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं और कई ट्रेनिंग प्रोग्राम यहां आयोजित हो चुके हैं। हालांकि, यह पहली बार होगा जब प्रशासन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करेगा। यह साइट विशेष रूप से अपनी एक्रोबैटिक क्षमताओं के लिए जानी जाती है।
आयोजन से पर्यटन को बढ़ावा
यह आयोजन न केवल पैराग्लाइडिंग के रोमांच को दर्शाएगा, बल्कि बिलासपुर को पर्यटन के मानचित्र पर भी मजबूती से स्थापित करेगा। उपायुक्त ने बताया कि प्रतियोगिता की तैयारी के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और आयोजन के लिए मार्च महीना प्रस्तावित है।
नेशनल लेवल पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन बिलासपुर के लिए ऐतिहासिक क्षण साबित होगा। यह न केवल खेल प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।