लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

साइबर फ्रॉड से सावधान / सरकार की इस अपील को न करें नजरअंदाज, अब कॉल करने पर…

हिमाचलनाउ डेस्क | 24 दिसंबर 2024 at 12:05 am

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

Himachalnow / Delhi

साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनूठा कदम उठाया है। अब जब आप किसी को कॉल करेंगे, तो आपको ‘साइबर फ्रॉड से सावधान’ जैसी चेतावनी देने वाली कॉलर-ट्यून सुनाई देगी। यह कदम लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए उठाया गया है।


साइबर अपराध रोकने के लिए कॉलर-ट्यून का निर्देश

देश में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने दूरसंचार विभाग को निर्देश दिया है कि सभी टेलीकॉम कंपनियां अपने यूजर्स के लिए कॉलर-ट्यून और प्री-कॉलर ट्यून चलाएं।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

क्या होगी इन ट्यून का मकसद?

इन कॉलर-ट्यून का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और साइबर अपराध से बचाव के तरीके बताना है। जब कोई कॉल करेगा, तो हर दिन यह कॉलर-ट्यून लगभग 8-10 बार सुनाई देगी। इसमें चेतावनी दी जाएगी कि अगर कोई व्यक्ति पुलिस अधिकारी, जज या किसी अन्य आधिकारिक पहचान का झांसा देकर बात करता है, तो सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध जानकारी को साझा न करें।


3 महीने चलेगा जागरूकता अभियान

यह अभियान तीन महीने तक चलाया जाएगा। इसके तहत लोगों को KYC अपडेट, नकली ऑफर्स और डिजिटल ठगी से बचने के उपाय बताए जाएंगे।

डिजिटल ठगी के बढ़ते मामले

हाल के महीनों में डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों में तेजी आई है। जालसाज खुद को अधिकारी बताकर लोगों से बात करते हैं और उनकी मेहनत की कमाई लूट लेते हैं।

सामान्य ठगी के तरीके

  • नकली KYC अपडेट: मोबाइल नंबर बंद होने का डर दिखाकर लोग ठगे जाते हैं।
  • नकली ऑफर्स: सस्ते ऑफर्स का लालच देकर बैंक खातों की जानकारी मांगी जाती है।

सरकार ने ऐसे मामलों में नकेल कसने के लिए 6 लाख से ज्यादा सिम कार्ड ब्लॉक किए हैं, जो साइबर अपराध में उपयोग हो रहे थे।


साइबर अपराध पर सरकार के प्रयास

सरकार लगातार साइबर अपराध पर रोक लगाने के प्रयास कर रही है। हाल ही में, केंद्र ने संसद को बताया कि:

  • 6.69 लाख सिम कार्ड और 1,32,000 आईएमईआई नंबर ब्लॉक किए गए।
  • राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिए 9.94 लाख शिकायतों का समाधान किया गया।
  • इस अभियान से 3,431 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई।

लोगों के लिए यह चेतावनी क्यों है जरूरी?

साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और जालसाज नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को फंसा रहे हैं।

  • लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी संदिग्ध कॉल पर निजी जानकारी साझा न करें।
  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
  • संदिग्ध कॉल्स और मैसेज की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें।

सरकार की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

सरकार की यह पहल साइबर अपराध को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कॉलर-ट्यून के जरिए चेतावनी संदेशों को व्यापक स्तर पर फैलाया जाएगा। सरकार की अपील को नजरअंदाज न करें और इन संदेशों पर ध्यान दें।

सतर्कता ही सुरक्षा है।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]