मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद हुआ बदलाव
हिमाचल नाऊ न्यूज़ शिमला
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने रेजिडेंट डॉक्टर पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब सीनियर रेजिडेंट या ट्यूटर स्पेशलिस्ट को एक साल की फील्ड पोस्टिंग की अनिवार्यता से मुक्ति मिल गई है।
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24 दिसंबर, 2021 को अधिसूचित की गई इस पॉलिसी में यह बदलाव इसलिए किया गया है, क्योंकि इस शर्त के कारण इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) जैसे बड़े संस्थानों को भी रेजिडेंट डॉक्टर नहीं मिल पा रहे थे।
मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद हुआ बदलाव
बताया जा रहा है कि आईजीएमसी और चमियाना स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के साथ एक डिनर के दौरान यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस शर्त को हटाने की घोषणा की थी, और अब इस घोषणा को पूरा करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है।
सभी मेडिकल कॉलेजों में एक समान नीति इस बदलाव के साथ, अब राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और सुपर स्पेशियलिटी इंस्टिट्यूट, चमियाना में एक जैसी नीति लागू होगी, जिसमें एक साल की फील्ड पोस्टिंग की शर्त नहीं होगी।
हालांकि, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशियलिटी चमियाना में रोस्टर के उद्देश्य से सीनियर रेजिडेंट और ट्यूटर स्पेशलिस्ट के लिए यह प्रावधान क्लब नहीं होगा।
इन्हें टीचिंग एक्सपीरियंस पहले से निर्धारित प्रावधानों के अनुसार ही मिलेगा।
टीचिंग एक्सपीरियंस और पुरानी अधिसूचना भी वापसस्वास्थ्य सचिव ने एक अन्य अधिसूचना के तहत 26 नवंबर, 2024 को जारी की गई पोस्ट ग्रेजुएट या सुपर स्पेशियलिटी पॉलिसी को भी वापस ले लिया है।
इस प्रावधान को विशेष रूप से सुपर स्पेशियलिटी चमियाना के लिए बनाया गया था और इसमें अधिसूचना के बाद दो बार बदलाव भी हुए थे। इस कदम से मेडिकल कॉलेज में टीचिंग एक्सपीरियंस लेने की प्रक्रिया में भी बदलाव आएगा।
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