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हरियाणा की शराब की आड़ में कहीं चल तो नहीं रहा नकली शराब बनाने का धंधा

ऊना के बाद शराब के अवैध कारोबार में कोलर का नाम प्रदेश की सुर्ख़ियों में

HNN/ पावंटा साहिब

अवैध शराब के कारोबार को लेकर सिरमौर का कोलर गांव इन दिनों प्रदेश की चर्चा और चिंता का विषय बन गया है। वहीं लगातार 1 दर्जन से अधिक बार पुलिस के हत्थे चढ़ने के बावजूद इनका अवैध शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है। बीते कल एसआईयू नाहन की टीम के द्वारा एचआर 26 अप्लाई फॉर 9404 हौंडा सिटी कार से 49 पेटी शराब की पकड़ी है।

पकड़ी गई शराब सेल फॉर चंडीगढ़ है जिसे कोलर के कुणाल उर्फ कन्नू पुत्र रणवीर सिंह जिसकी उम्र 19 साल है से बरामद की गई है। अब सवाल यह उठता है कि एक ही परिवार पर दर्जनों मामले अवैध शराब के दर्ज हो चुके हैं बावजूद इसके अवैध शराब तस्करी का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

यही नहीं इनके 1 दर्जन से अधिक वाहन अवैध शराब के साथ सिरमौर पुलिस सीज भी कर चुकी है। यह सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि कहीं बाहरी राज्य से लाई गई शराब की आड़ में खुद बनाई गई नकली शराब तो नहीं बेची जा रही है। हालांकि जिला सिरमौर पुलिस कप्तान ने एक स्पेशल टीम को इनका नेक्सेस तोड़ने के लिए फ्री हैंड भी किया हुआ है।

यह पूरा का पूरा सिस्टम ऊना में भारी मात्रा में पकड़ी गई नकली लेवल वाली देसी शराब जैसा मिलता जुलता है। सवाल यह भी उठता है कि हरियाणा की सस्ती शराब की आड़ में खुद तैयार की गई शराब को खपाया जा रहा हो और पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए बार-बार भारी राज्य की शराब को लाया जा रहा हो।

हैरानी तो इस बात की है कि अवैध शराब के धंधे को एसआईयू के द्वारा ही बार बार क्रैक किया गया है तो माजरा पुलिस इस अवैध कारोबार को हल्के में क्यों ले रही होगी। जिला सिरमौर के पुलिस कप्तान सह कप्तान सहित पांवटा साहिब के डीएसपी नशा और शराब को लेकर काफी सख्त रवैया अपना चुके हैं।

ऐसे में संबंधित क्षेत्र थाना की कार्यप्रणाली को लेकर भी संशय पैदा होते हैं। सवाल यह भी उठता है हरियाणा से जो एकमात्र शॉर्टकट रूट कोलर पहुंचता है वहां पर माजरा पुलिस मजबूत नाकेबंदी क्यों नहीं कर पाई है। जबकि अवैध शराब का जखीरा अक्सर इसी रूट से गांव तक पहुंचा है।

इसके अलावा काला अंब सुकेती रोड से होकर और दूसरा बहराल से होकर रास्ता कोलर तक आता है। इन दोनों प्रमुख रास्तों पर सीसीटीवी कैमरा लगे हैं और बैरियर पर होमगार्ड अथवा पुलिस जवान तैनात रहते हैं। ऐसे में यदि अब पुलिस के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो निश्चित ही कोलर ही एक ऐसा स्थान होगा, जहां जहरीली शराब का दूसरा कांड प्रदेश का दर्ज हो सकता है।

उधर, जिला सिरमौर पुलिस कप्तान रमन कुमार मीणा ने स्पष्ट कर दिया है कि नशे और अवैध शराब कारोबारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। कोलर शराब माफिया को लेकर एसपी महोदय का कहना है कि इनकी हिस्ट्री भी खोली जाएगी।


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