Himachalnow / नाहन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष जीआर मुसाफिर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल सम्मानजनक और प्रदेश हितों से भरा रहा। प्रदेश को आत्मनिर्भर व विकासशील बनाने के लिए व्यवस्था परिवर्तन को लेकर कुछ कड़े तो कुछ साहसी कदम लिए गए, जो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की दूरदर्शिता और सूझबूझ को दर्शाता है। मुसाफिर ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला सुख सम्मान निधि में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ा गया, जिससे महिलाओं का आर्थिक विकास होगा। सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने वाले प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को सरकार बनते ही पुरानी पेंशन देकर उनके सम्मान और भविष्य को सुखद बनाया गया।
मुसाफिर ने कहा कि सरकार बनने के कुछ माह बाद ही जिस तरह प्राकृतिक आपदा का कहर प्रदेश पर टूटा, वह एक भयावह स्थिति उत्पन्न कर गया, लेकिन सीएम ने साहस व दमखम के साथ उस आपदा में प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान की। इसके लिए पूरे देश व विदेश में मुख्यमंत्री की प्रशंसा की गई। उन्होंने कहा कि अभी आपदा का कहर बीता ही था कि भाजपा की सत्ता की भूख ने ऑपरेशन लोट्स का घिनौना खेल खेलकर सरकार गिराने की नाकाम कोशिश की और प्रदेश को उपचुनावों में धकेला, लेकिन मुख्यमंत्री की उच्च राजनीतिक समझ और पारदर्शिता ने भाजपा को करारी पटखनी दी और सरकार को 40 विधायकों के साथ मजबूती से स्थिर रखा।
उन्होंने कहा कि अब सुख की सरकार विकास को धीरे-धीरे पटरी पर लाकर आम जनमानस को राहत और योजनाओं से लाभान्वित करने पर जोर दे रही है। भाजपा के सत्ता सुख की भूख के कारण आज व्यवस्था परिवर्तन से हो रहे कार्यों को भाजपा नेताओं द्वारा हजम नहीं हो रहा है और आए दिन अनाप-शनाप बयानबाजी करके सुर्खियां बटोरने की कोशिश की जा रही है।
मुसाफिर ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को 7 गारंटियों को पूरा करने जा रही है, जबकि कर्मचारी और जनता विरोधी भाजपा शुरू से ही इसका विरोध करती आई है, जिसके फलस्वरूप भाजपा ने चुनावों में मुंह की खाई। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन, सड़कें, वन संरक्षण, नदियों का तटीयकरण, युवाओं के लिए रोजगार जैसी विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, जिससे प्रदेश खुशहाली की राह पर है।
मुसाफिर ने कहा कि अब भाजपा के पास कुछ कहने को नहीं बचा है, तो धर्म और कंगाली के नाम पर हिमाचल को बदनाम करना शुरू कर दिया है। हिमाचल को बचाना है तो बीजेपी के झूठ और षड्यंत्र का जवाब देना होगा। सरकार के दो वर्ष के जश्न समारोह में इसका उत्तर दिया जाएगा, जिसमें जिला सिरमौर के साथ पच्छाद से भी 250 कार्यकर्ता इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।