7 लाख पौधों का लक्ष्य, वन्यजीवों को मिलेगा भरपूर भोजन; ग्रामीण क्षेत्र की ओर रुकेगा वन्यजीवों का पलायन
हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन
जिला सिरमौर वन वृत्त ने इस साल के मानसून सीजन में पौधारोपण को लेकर एक बड़ी और दूरगामी पहल की है। राजीव गांधी वन संवर्धन योजना के तहत, इस बार कुल लगाए जाने वाले पौधों में से 60 फीसदी फलदार पौधे होंगे।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

वन विभाग का मानना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो इसका सबसे बड़ा फायदा वन्य प्राणियों को मिलेगा, जिन्हें अब तक भोजन के लिए मुख्य रूप से घास और पत्तों पर निर्भर रहना पड़ता था।
यह कदम वन्यजीवों को भोजन की तलाश में शहरों या किसानों की फसलों की ओर जाने से रोकने में भी बड़ी मदद करेगा।वन वृत्त सिरमौर ने मानसून सीजन 2025-26 के लिए करीब 700 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि पर लगभग 7 लाख पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।

यह पहली बार है जब सामान्य पौधों की तुलना में कुल पौधारोपण का इतना बड़ा हिस्सा (60%) फलदार पौधों का होगा, जबकि शेष 40 फीसदी में औषधीय और छायादार पौधे लगाए जाएंगे।
लगाए जाने वाले फलदार पौधों में अमरूद, आम, आंवला, दाड़ू (जंगली अनार) और जामुन जैसे विभिन्न प्रकार के फल शामिल होंगे।यह वृक्षारोपण वन मंडल नाहन में 299.84 हेक्टेयर, वन मंडल पांवटा साहिब में 25 हेक्टेयर, राजगढ़ में 93 हेक्टेयर और श्री रेणुका जी वन मंडल के अंतर्गत 43 हेक्टेयर भूमि पर किया जाएगा।
इस तरह कुल 460.84 हेक्टेयर फॉरेस्ट लैंड में हरियाली बढ़ाई जाएगी।राजीव गांधी वन संवर्धन योजना के तहत, नाहन में 46.5 हेक्टेयर भूमि पर 37,200 पौधे, पांवटा साहिब की 25 हेक्टेयर वन भूमि पर 2,000 पौधे, राजगढ़ की 38 हेक्टेयर भूमि पर 30,400 पौधे तथा रेणुका जी की 51.5 हेक्टेयर भूमि पर 41,200 पौधे लगाए जा रहे हैं।
इस अभियान में सेल्फ हेल्प ग्रुप, सामाजिक संगठन और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी पौधारोपण के लिए शामिल किया गया है, जो इस पहल को सामुदायिक सहयोग से और मजबूत बनाएंगे।
अच्छी बात यह है कि इस अभियान की शुरुआत हो चुकी है। हाल ही में जिला सिरमौर लीगल सेल, रोटरी क्लब, पीजी कॉलेज नाहन और विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने फलदार, औषधीय और सामान्य पौधे लगाकर इस नेक काम में अपना योगदान दिया है।
जिला सिरमौर वन वृत्त के अरण्यपाल बसंत किरण बाबू ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि मानसून सीजन 2025-26 के लिए लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है, जिसमें 7 लाख के लगभग फलदार, औषधीय और सामान्य पौधे लगाए जाने हैं।
वन विभाग द्वारा इस महत्वाकांक्षी अभियान की शुरुआत कर दी गई है, जिससे न केवल वनों का घनत्व बढ़ेगा, बल्कि वन्यजीवों के लिए भोजन का एक स्थायी और प्राकृतिक स्रोत भी विकसित होगा।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group