अजय बहादुर को बताया भाजपा की बी टीम का नेता
HNN/ नाहन
चुनावी वर्ष शुरू होते ही जिला सिरमौर कांग्रेस अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। आज शुक्रवार को नाहन सर्किट हाउस में बैठक कर कांग्रेस के विधायक, पार्षद, पंचायतों के प्रधान, जिला परिषद व ब्लॉक समिति के सदस्यों सहित दर्जनों पदाधिकारियों ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोला।
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हालांकि इस आपात बैठक में कांग्रेसियों ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी थी। बावजूद इसके इस आपात बैठक की प्रोसिडिंग और राजीव शुक्ला सहित एआईसीसी को भेजा गया पत्र मीडिया के हाथ लग गया। बैठक में शामिल करीब 70% जिला पदाधिकारी तथा करीब 5 फ़ीसदी राज्य स्तरीय पदाधिकारी शामिल रहे।
बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय बहादुर के खिलाफ अविश्वास पत्र तैयार कर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व प्रभारी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस राजीव शुक्ला को भेजा गया। अविश्वास पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह तथा सह प्रभारी संजय दत्त को प्रेषित किया गया। बैठक में शामिल पदाधिकारियों का आरोप है कि जिला अध्यक्ष पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल है।
कंवर अजय बहादुर पर यह भी आरोप लगाया गया कि वह जिला में भारतीय जनता पार्टी के बी टीम के नेता के रूप में काम कर रहे हैं। आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रदेश निर्माता के पुत्र कुश परमार जो कि नाहन से तीन बार और पांवटा साहिब से दो बार विधायक रह चुके हैं उनका राजनीतिक कैरियर तबाह करने में सबसे बड़ा हाथ अजय बहादुर का बताया गया।
प्रेषित पत्र में यह भी आरोप है कि अपने 2 वर्ष 6 महीने के कार्यकाल में जिला अध्यक्ष ने जिला कमेटी की एक भी बैठक नहीं बुलाई है। यही नहीं जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रम में भी जिला अध्यक्ष ना तो कभी सक्रिय नजर आए और ना ही पार्टी को मजबूत करने के लिए उन्होंने कोई कार्य किया। जिसको लेकर जिला सिरमौर में कांग्रेस पार्टी को भारी नुक्सान हो रहा है। बैठक में यह भी कहा गया कि जिला अध्यक्ष के द्वारा अध्यक्ष बनने से पहले यह कहा गया था कि उनकी उम्र 78 वर्ष है।
उम्र के तकाजे के चलते उन्होंने पार्टी के कार्यों को करने में असमर्थता भी व्यक्त की थी। पत्र में यह भी बताया गया है कि अजय बहादुर के द्वारा सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की भी बात की गई थी। बावजूद इसके उनके तजुर्बे को ध्यान में रखते हुए उन्हें जिला अध्यक्ष चुना गया था। मगर पार्टी विरोधी गतिविधियों तथा निष्क्रियता के चलते जिला कांग्रेस व पांचो ब्लॉक कांग्रेस के दर्जनों सदस्यों ने पार्टी को हो रहे नुक्सान के चलते उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बैठक में शामिल कांग्रेसियों का कहना है कि यदि कंवर अजय बहादुर को जल्द पद मुक्त ना किया गया तो जिला में पैरलल जिला कांग्रेस बॉडी तैयार कर पार्टी को मजबूत करने का कार्य करेगी। बरहाल, जिला कांग्रेस में यह बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सिरमौर दौरे को लेकर पैदा हुई है। मामला कुछ इस प्रकार से है कि 12 जून को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह नाहन आ रही है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के आगमन को लेकर जो निमंत्रण पत्र तैयार किया गया है उसमें ना तो सिटिंग एमएलए हर्षवर्धन चौहान का नाम शामिल किया गया है और ना ही प्रदेश कांग्रेस महासचिव जो कि नाहन से ही ताल्लुक रखते हैं अजय सोलंकी का नाम भी शामिल नहीं था। यही नहीं निमंत्रण पत्र में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे व मौजूदा प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर का नाम भी गायब था।
निमंत्रण पत्र में रेणुका जी के विधायक विनय कुमार, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह का नाम शामिल था। हैरानी इस बात की भी है कि चूंकि प्रदेश अध्यक्ष बनने पर पहली बार प्रतिभा सिंह सिरमौर के दौरे पर आ रही है लिहाजा उनका कार्यक्रम जिला मुख्यालय में ही होना चाहिए था। जबकि प्रदेश अध्यक्ष का कार्यक्रम नजदीक के एक रिसॉर्ट में रखा गया है। यह रिजॉर्ट पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल के करीबी पूर्व भाजपा नेता का है।
कंवर अजय बहादुर के द्वारा इस रिजॉर्ट में प्रदेश अध्यक्ष का कार्यक्रम रखा जाना कई सवाल भी खड़े करता है। प्रदेश अध्यक्ष के नाहन आगमन को लेकर बहुत से कांग्रेसी पदाधिकारियों व नेताओं को कोई जानकारी भी नहीं दी गई। इसके बाद शुक्रवार को नाहन में कांग्रेसियों के द्वारा आपात बैठक रखी गई।
सूत्रों की माने तो बैठक में विधायक हर्षवर्धन चौहान, प्रदेश कांग्रेस महासचिव अजय सोलंकी, राज्य सचिव भारत भूषण मोहिल, जिला परिषद सदस्य आनंद परमार, 80 साल के जिला अध्यक्ष जीएस पवार, ओबीसी सेल के जिला अध्यक्ष जिया लाल शर्मा, पूर्व जिला परिषद चेयरमैन राजेंद्र सिंह, जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारी राकेश गर्ग, ज्ञान चौधरी, नासिर रावत, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बृजराज ठाकुर, अवनीत लांबा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष विजय सिंह पुंडीर , एमआर पराशर, लीगल सेल के चेयरमैन वीरेंद्र पाल सिंह, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष व प्रवक्ता रूपेंद्र ठाकुर, जिला कांग्रेस पदाधिकारी नरेंद्र सिंह तोमर सहित भारी तादाद में कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।
बरहाल, अब देखना यह भी होगा कि यदि जल्द ही जिला अध्यक्ष को बदला ना गया तो जाहिर सी बात है जिला सिरमौर में कांग्रेस भारी नुक्सान उठा सकती है। हालांकि मौजूदा समय दोनों तरफ की गुटबाजी में भाजपा भी नुक्सान उठा रही है मगर मौजूदा जिला अध्यक्ष के खिलाफ जिस प्रकार मोर्चा खोला गया है उससे ना केवल एआईसीसी बल्कि प्रदेश कांग्रेस को भी मामले पर गंभीरता लेनी होगी।
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