निराशाजनक रहा मुख्यमंत्री का पच्छाद दौरा…मुसाफिर
HNN / पच्छाद
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पच्छाद दौरे को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस के दिग्गज नेता जीआर मुसाफिर ने निराशाजनक करार दिया है। जीआर मुसाफिर ने बीते कल सुरेश कश्यप व बलदेव भंडारी के द्वारा मुख्यमंत्री से करवाई गई घोषणाओं को जनता के साथ धोखा करार दिया है। मुसाफिर ने कहा कि लोगों को 315 करोड़ से बड़ी उम्मीदें थी। मगर विधानसभा क्षेत्र की जनता को केवल दो डिवीजनों में ही संतोष करना पड़ा, बाकी सब पुरानी योजनाओं के दोबारा से उद्घाटन किए गए हैं।
मुसाफिर ने कहा कि लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि कोरोना महामारी के चलते उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों की ज्वलंत समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया। जबकि अधिकतर इंटीरियर एरिया में डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं स्टाफ ही नहीं है। लोगों की बहुत से स्कूलों की डिमांड थी, मगर जो यहां के स्थानीय कथित जनप्रतिनिधि बनते हैं उन्हें लोगों की जरूरतों से कोई लेना देना नहीं है। मुसाफिर ने कहा कि पच्छाद की जनता पहले से ही सुरेश कश्यप और बलदेव भंडारी को नकार चुकी है।
यही वजह रही कि गिरी आर यानी सराहां क्षेत्र से कोई पब्लिक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं आई। अधिकतर लोग गिरी पार विधायक रीना कश्यप के साथ आए थे। मुसाफिर ने कहा कि लोगों को यह कह कर लाया गया था कि तुम्हें इस बार बहुत कुछ मिलेगा। मगर जो घोषणा की है वह काफी कम हुई है, जिसके चलते लोगों को काफी निराशा हुई है। मुसाफिर ने कहा कि सरकार पर पहले से ही 61 करोड़ का कर्ज है और जो बीते कल बड़ी-बड़ी घोषणाएं की गई हैं वह सब चुनावी स्टंट है।
मुसाफिर ने बताया कि सरकार को लगता है कि वह हर मोर्चे पर विफल रही है। इसी विफलता को ध्यान में रखते हुए 4 वर्षों के बाद जनता को छलने की कोशिशें की जा रही है। मुसाफिर ने यह भी साफ कर दिया कि इन घोषणाओं से भाजपा को कोई फायदा मिलने वाला बिल्कुल भी नहीं है। देश व प्रदेश का किसान और आम जनता महंगाई से परेशान है। मुसाफिर ने कहा कि लोग अब 2022 का इंतजार कर रहे हैं कि कब वह दिन आए और कब इन्हें हम बाहर का रास्ता दिखाएं। मुसाफिर ने कहा कि जनता ने तय कर लिया है कि 2022 में इनका सूपड़ा साफ कर दिया जाएगा।
मुसाफिर ने कहा कि बीते कल उन सड़कों का भी उद्घाटन करवाया गया जो पिछले दो-तीन साल से चल रही थी। उन्होंने कहा कि इनका उद्देश्य केवल उद्घाटन और शिल्यान्यासों की संख्या बढ़ाना था। यही वजह है कि जिन 55 स्कीमों का बीते कल मुख्यमंत्री ने एलान किया था उनमें एलआईएस लाना मच्छेर की संख्या दो बार लिखी गई। मुसाफिर ने कहा कि इनका उद्देश्य सिर्फ लोगों को यह बताना था कि हम कितनी ज्यादा संख्या में उद्घाटन कर रहे हैं। मुसाफिर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को यदि संख्या बढ़ाने का इतना ही शौक था तो हमें बताते। हम उन्हें कोई और स्कीम दे देते। मुसाफिर ने सुरेश कश्यप के टूरिज्म वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीते 4 वर्षों में तो उनसे शेरजगास में कोई काम नहीं हुआ, और अब जब चुनावी समय नजदीक आ रहा है तो वह हमारे बयानों को कोस रहे हैं।
उन्होंने सुरेश कश्यप को चुनौती देते हुए कहा कि वे खुद को अब बड़ा नेता समझने लग पड़े हैं। मगर में चुनौती देता हूं कि वह विधानसभा क्षेत्र में किसी भी पंचायत से प्रधान का इलेक्शन ही जीत कर दिखा दे। जीआर मुसाफिर ने कहा कि बीते कल मुख्यमंत्री ने जो कांग्रेस और मेरे बारे में कहा मुझे मुख्यमंत्री से ऐसी उम्मीद ना थी। उन्होंने कहा कि हम विधानसभा में इकट्ठे हैं। अगर उन्होंने देखना ही है तो पच्छाद और सिराज में मुकाबला कर ले कि कहां ज्यादा कार्य हुए हैं। मुसाफिर ने कहा कि हमारे समय में पच्छाद में 4 कॉलेज थे, मगर प्रदेश की जयराम सरकार ने नारग के कॉलेज डी नोटिफाइड कर जनता को नाराज किया है।
सांसद सुरेश कश्यप के साहब वाले बयान पर पलटवार करते हुए जीआर मुसाफिर ने कहा कि आज आप जिन स्कूलों को अपग्रेड कर रहे हो उसके बारे में पता भी कर ले कि यह स्कूल किस ने खुलवाए थे। मुसाफिर ने कहा कि बीते कल का प्रोग्राम केवल एक शो ऑफ था, इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी चले हुए हैं जब सरकार नहीं होगी तो इन्हें असलियत का भी पता चल जाएगा।