आनंदपुर साहिब में सिखों के बलिदान को चरितार्थ करते म्यूजियम में बच्चों ने जाना धर्म रक्षा का ज्ञान
HNN News बिलासपुर
बिलासपुर जिले के राजकीय प्राथमिक पाठशाला बैरी रजादियां द्वारा एक शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। आयोजित किए गए शैक्षिक भ्रमण में स्कूल के बच्चे और अभिभावकों ने भाग लिया।
इस भ्रमण के दौरान सभी लोग गोविंद सागर झील की सुंदरता को निहारते हुए तथा फोर लेन से होते हुए आनंदपुर साहिब पहुंचे। गुरुद्वारा परिसर के साथ लगते आनंदपुर साहिब के बाजार में सब ने मिलजुल कर खूब खरीदारी की।
बच्चों के द्वारा लोवहां स्थित सिखों के अजूबे विरासत ए खालसा में विभिन्न प्रकार के सिखों के इतिहास से भी रूबरू हुए। यहां पर सिखों के बलिदान की अनूठी झलक दिखाई देती है। म्यूजियम में बनी हुई मूर्तियां धर्म के प्रति बलिदान की गाथा को दोहराती है
छात्रों ने बताया कि कुछ मूर्तियां तो ऐसा लगता है कि जैसे यह सब कुछ सचमुच कोई जीता जागता सिख हो।
इसके पश्चात सभी लोगों ने यहां पर स्थित गुरुद्वारे में लंगर के स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। वापस आने पर बिलासपुर स्थित गोविंद सागर झील में वोटिंग का लुत्फ उठाया।
स्कूल के अध्यापक सुमन कुमार ने बताया कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों में व्यवहारिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि इस भ्रमण के दौरान बच्चों ने नए अनुभव प्राप्त किए और अपने ज्ञान को बढ़ाया।
इस अवसर पर सुमन कुमार, आशा देवी, राजकुमारी, नेहा, रितु, सितम, सोनाक्षी, रजनी, सीता देवी, प्रोमिला, श्यामलाल, द्रोपती, पलक, पायल, शिवांश, शानवी, वंशिका, आम्रपाली, रूपाली, सरिता, योगेश, कनिका, उमेश, साक्षी, वर्षा, तुलसी, सुनैना, आकांक्षा, सारांश, नीलम, अनामिका, रूही, अक्षित, दीक्षित, दिवांश, शिवांग, शगुन, मनीषा, प्रिया, अंतरा, तनुजा, शिवानी, कांता, लक्ष्मी, अर्पिता आदि ने भाग लिया।