HNN / ऊना
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते एक बड़े अधिकारी को धर दबोचा है। विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाकर इस कार्यवाही को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय ऊना के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ने विजिलेंस को बताया कि उनके अस्पताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है।
ऐसे में उन्हें हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आवश्यक सहमति पत्र की जरूरत थी। प्लांट के लिए फीस व अन्य औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सेंट्रल लैब परवाणू सोलन के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी तेज बहादुर सिंह सहमति पत्र के लिए उनसे 35 हजार रुपये की डिमांड कर रहा था।
शिकायत के बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया, जिसमें उक्त अधिकारी फंस गया और उसे कार्यालय में ही रंगे हाथ रिश्वत के रुपये लेते हुए पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।