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वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगवाना अनिवार्य – आरटीओ

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ऊना / वीरेंद्र बन्याल

ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू करने की तैयारी

प्रदेश में ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी प्रकार के निजी और व्यावसायिक वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नम्बर प्लेट लगाना अनिवार्य है।

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बिना एचएसआरपी चालान की चेतावनी

आरटीओ ऊना अशोक कुमार ने बताया कि बिना हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट (एचएसआरपी) वाले वाहनों का केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 192 के तहत चालान हो सकता है तथा ऐसे वाहनों से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया जा सकेगा।

वाहन मालिक जल्द लगवाएं एचएसआरपी

उन्होंने कहा कि जिन वाहन मालिकों ने हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नम्बर प्लेट नहीं लगाई है, वे तुरंत एचएसआरपी लगवाना सुनिश्चित करें। वाहन मालिक संबंधित वाहन कम्पनी के किसी भी नजदीकी डीलर से निर्धारित फीस जमा करवा कर एचएसआरपी बनवा सकते हैं।

मोबाइल नम्बर लिंक करना भी जरूरी

सभी वाहन मालिकों को सलाह दी गई है कि वे अपने वाहन रिकॉर्ड में अपना मोबाइल नम्बर भी अवश्य दर्ज करवाएं ताकि समय-समय पर वाहन संबंधित कार्यों की सूचना मिल सके। मोबाइल लिंक करने की प्रक्रिया स्वयं आधार सत्यापन के माध्यम से या संबंधित वाहन पंजीकरण कार्यालय से करवा सकते हैं।

क्या है ई-डिटेक्शन सिस्टम

आरटीओ ने बताया कि ई-डिडक्शन सिस्टम एक अत्याधुनिक निगरानी तंत्र है जिसे विशेष रूप से हाइवे पर वाहन चलाते समय दस्तावेजों की जांच के लिए प्रयोग किया जाता है। यह सिस्टम सीसीटीवी कैमरों और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से टोल प्लाजा पर गुजरने वाले प्रत्येक वाहन के दस्तावेजों की जांच करता है।

एचएसआरपी की विशेषताएं

हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट उच्च गुणवत्ता वाले एल्यूमीनियम से बनी होती है जिसमें एक लेजर कोड, स्थाई पहचान संख्या और पंजीकरण चिन्ह शामिल होता है। इसमें रिफ्लेक्टिव शीट का उपयोग किया गया है, जिससे यह रात और कम रोशनी में भी आसानी से दिखती है।

वाहन की पहचान में मिलती है मदद

प्लेट का रंग वाहन के प्रकार और पंजीकरण श्रेणी से मेल खाता है, जिससे दृश्य पहचान आसान हो जाती है। यह पंजीकरण प्रक्रिया में एकरूपता सुनिश्चित करता है और पूरे राज्य में मानकों को बनाए रखने में मदद करता है।

चोरी और धोखाधड़ी रोकने में सहायक

आरटीओ ने बताया कि एचएसआरपी लगे वाहन की पहचान को ट्रैक और सत्यापित करने का एक विश्वसनीय साधन मिलता है, जिससे वाहन चोरी और धोखाधड़ी के मामलों में कमी आती है। उन्होंने सभी वाहन मालिकों से एचएसआरपी लगाने की अपील की है।

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