पर्यटन, वन और जल से हिमाचल बनेगा आत्मनिर्भर- केहर सिंह खाची
HNN/ नाहन
हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची सिरमौर में भारी बारिश से वन संपदा को हुए नुक्सान का जायजा लेने के आज बुधवार को नाहन पहुंचे। इससे पूर्व उन्होंने पिछले कल सोलन जिला में नुक्सान का जायजा लिया था।
वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची ने नाहन में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के निर्देश पर वह वन संपदा के नुक्सान की जानकारी हासिल करने के लिए सिरमौर प्रवास पर आये हैं।
उन्होंने कहा कि वन संपदा को हुए नुक्सान की जानकारी हासिल कर वह दौरे की रिपोर्ट से मुख्यमंत्री को अवगत करवायेंगे। केहर सिंह खाची ने कहा कि भारी बारिश से प्रदेश में करोड़ों-अरबों रुपए का नुक्सान हुआ है जिसमें वन भूमि भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण वन्य भूमि का अत्याधिक कटाव हुआ है जिससे वन संपदा को बहुत नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सभी प्रशासनिक, लोक निर्माण व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि भारी बारिश के कारण बंद सड़कों को तुरंत खोला जाये।
सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राहत राशि को समय पर प्रभावितों तक पहुंचाया जाये। उन्होंने कहा कि नुक्सान तथा राहत राशि की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों से भी प्राप्त की जा रही है।
केहर सिंह खाची ने कहा कि भारी बारिश के कारण प्रदेश में आई आपदा को देखते हुए जान-माल के लिये खतरनाक पेड़ों को नियमानुसार तुरंत हटाने अथवा इनकी छंटाई के निर्देश दिये गये हैं।
केहर सिंह खाची ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन, वन और जल की अच्छी परियोजनाओं से प्रदेश आत्म निर्भर बन कर उभरेगा। इससे जहां प्रदेश की आर्थिक दशा सुदृढ़ होगी वहीं पर प्रदेश में रोजगार के लाखों अवसर सृजित होंगे।