लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

वक्फ बोर्ड की शक्तियों में अमूल-चूल परिवर्तन कांग्रेस पार्टी द्वारा वोटों के लालच में किया : बिंदल

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

Himachalnow / नाहन

संविधान गौरव अभियान के तहत सिरमौर में हुई गोष्ठी, कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वोट बैंक की राजनीति के लिए वक्फ बोर्ड की शक्तियों में बड़े बदलाव किए हैं, जो संविधान के मूल सिद्धांतों के विपरीत हैं। उन्होंने यह बात सिरमौर जिले के राजगढ़ में आयोजित “संविधान गौरव अभियान” के जिला स्तरीय कार्यक्रम में कही।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

संविधान गौरव अभियान के तहत गोष्ठियां

डॉ. बिंदल ने बताया कि संविधान गौरव अभियान के तहत हिमाचल प्रदेश के सभी 171 मंडलों में गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं। इन कार्यक्रमों में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है और उनके योगदान को याद किया जा रहा है। 25 जनवरी तक प्रदेश के सभी 17 संगठनात्मक जिलों में यह कार्यक्रम संपन्न हो जाएंगे।

कांग्रेस पर गंभीर आरोप

डॉ. बिंदल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने 75 बार संविधान में संशोधन कर अपने और नेहरू-गांधी परिवार के हितों को साधने का काम किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर के सिद्धांतों के विपरीत धर्म के आधार पर आरक्षण लागू कर संविधान की मूल भावना को कमजोर किया।

धारा 370 और 35ए पर चर्चा

उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर धारा 370 और 35ए के प्रबल विरोधी थे, लेकिन नेहरू जी ने शेख अब्दुल्ला को खुश करने के लिए यह प्रावधान जोड़े। उन्होंने बताया कि एनडीए सरकार ने इन धाराओं को समाप्त कर डॉ. अंबेडकर के सपनों को साकार किया।

भाजपा की उपलब्धियां और कांग्रेस का विरोध

डॉ. बिंदल ने भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि तीन तलाक कानून को समाप्त करना, एनआरसी और यूसीसी जैसे बदलाव देशहित में किए गए। वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर का अपमान किया, उन्हें नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा देने पर मजबूर किया और दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा।

संविधान का उपयोग भ्रम फैलाने के लिए

डॉ. बिंदल ने कहा कि संविधान की किताब दिखाकर कांग्रेस अब जनता को भ्रमित कर रही है। इंदिरा गांधी द्वारा “सेक्युलर” और “सोशलिस्ट” शब्द जोड़ने को संविधान की मूल भावना के साथ छेड़छाड़ बताया।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें