एनजीओ खिला रही है खाना, मगर सोने को नहीं मिल रही जगह
HNN / नाहन
यूक्रेन के बुकोवेनियन में फंसे सिरमौर नाहन के अभिनव सैनी व उनके साथी रोमानिया बॉर्डर तक पहुंच चुके हैं। एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र नाहन के अभिनव सैनी और उसके साथ हिमाचल व अन्य राज्यों के छात्र 3 दिन पहले रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंच चुके थे। अभिनव सैनी के पिता ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि उसका बेटा व अन्य साथियों को रोमानिया बॉर्डर से भारी भीड़ के चलते क्रॉसिंग दिए जाने में देरी हो रही है।
अभिनव ने फोन पर जानकारी दी थी कि 3 दिन से वे खड़े पैर हैं ना ही सोने के लिए जगह उपलब्ध हो पाई है। जानकारी तो यह भी मिली है कि जिस जगह पर यह भारतीय छात्र फंसे हुए हैं वहां पर भारी बर्फ भी पड़ी हुई है। भारी बारिश के कारण पड़ रही सर्दी में बच्चों ने अपनी हालत को लेकर अपने अभिभावकों को अवगत भी कराया है। बड़ी बात तो यह है कि जिस स्थान पर भारतीय नागरिक व छात्र फंसे हुए हैं वहां पर एनजीओ के द्वारा खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की जा रही है। मगर पड़ रही ठंड के चलते भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि यह स्थिति अन्य जगहों से दूसरे देशों के नागरिकों व भारतीय नागरिकों के पहुंचने से हुई है।
तो वही अभिनव के पिता ओम प्रकाश सैनी ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार व भारत सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि रोमानिया बॉर्डर पर फंसे उनके बच्चों को जल्द से जल्द भारत लाने के प्रयास तेज किए जाये । उन्होंने यह भी बताया कि भीषण ठंड के चलते बच्चों की हालत काफी खराब हो रही है। हालांकि इस क्षेत्र में इन सभी छात्रों को चल रही लड़ाई से कोई खास खतरा नहीं है बावजूद इसके इन सभी छात्रों को रोमानिया बॉर्डर से क्रॉसिंग करवाने को लेकर काफी देरी हो रही है।