HNN / मंडी
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदर्शों, विचारों और चिंतन को देशहित में पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल मंडी स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय में ‘सरदार वल्लभभाई पटेल की भारतीय राजनीति और राष्ट्र निर्माण में भूमिका’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। आर्लेकर ने कहा कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में सरदार पटेल के जीवन व्यक्तित्व, विचारों एवं कार्यों को स्मरण करने की आवश्यकता है।
देश को आजादी दिलाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वे जीवन भर देशहित में संघर्ष करते रहे। उनका जीवन राष्ट्रीय एकता के लिए समर्पित रहा। उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया जिसके लिए उन्होंने अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना भी किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता की इस भावना को आगे ले जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय को सरदार पटेल विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।
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इसलिए विश्वविद्यालय का दायित्व है कि वह सरदार पटेल के विचारों, चिंतन और संदेश को आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान इन विचारों को अंगीकार कर विकास के पथ पर आगे बढ़े। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संगोष्ठी के दौरान पढ़े जाने वाले 25 शोध पत्र निश्चित रूप से इस भाव को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि विश्वविद्यालय का यह ठोस प्रयास इसे आदर्श विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करेगा।
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