राजकीय उच्च विद्यालय मलगांव में स्वास्थ्य विभाग ने किशोरियों और शिक्षिकाओं के लिए एनीमिया स्क्रीनिंग कार्यक्रम आयोजित किया। इस पहल का उद्देश्य खून की कमी की पहचान और समय पर उपचार सुनिश्चित करना रहा।
नाहन
एनीमिया मुक्त भारत के तहत कार्यक्रम
कार्यक्रम ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ थीम और एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित हुआ। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमटा की डॉ. श्रुति के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी आशा ने 10 से 19 वर्ष की किशोरियों की जांच की।
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शिक्षिकाओं और छात्राओं की स्क्रीनिंग
स्कूल की सभी छात्राओं और शिक्षिकाओं की जांच की गई। इस दौरान एनीमिया से प्रभावित पाई गई किशोरियों को तुरंत आयरन की गोलियां दी गईं और पोषण संबंधी परामर्श दिया गया।
मुख्याध्यापिका का संदेश
विद्यालय की मुख्याध्यापिका शालू परमार ने कहा कि एनीमिया एक गंभीर समस्या है और इसकी समय पर पहचान बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम एनीमिया मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
जागरूकता और शपथ
सीएचओ आशा ने छात्राओं को एनीमिया के कारण, लक्षण और आयरन युक्त संतुलित आहार के महत्व के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं और शिक्षिकाओं ने एनीमिया से बचाव के उपाय अपनाने की शपथ ली।
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