मंदिर के सैफ में रखे लाखों रुपए के अमेरिकी डॉलर भी गायब, ग्रामीणों ने किया खुलासा
HNN/ कालाअंब
जिला में आए दिन चोरी की वारदातें लगातार बढ़ती ही जा रही है। चोरों के होंसले इस कदर बुलंद हो गए है कि अब उन्होंने मंदिर में भी सेंधमारी करनी शुरू कर दी। मामला जिला सिरमौर के कालाअंब स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ महामाया बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर का है, यहां श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गई राशि और दान दिए गए धन से एक दशक में 100 करोड़ से अधिक की चोरी की गई है। महामाया बाला सुंदरी मंदिर न्यास में हुई चोरी की घटना का खुलासा आज सोमवार को नाहन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में त्रिलोकपुर मंदिर के ग्रामीणों ने किया।
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ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक दशक से त्रिलोकपुर मंदिर न्यास के कर्मचारी व कुछ अधिकारी साथ मिलकर भक्तों द्वारा चढ़ाई गई राशि, उपहार, दान दी गई वस्तुओं में हेराफेरी कर 100 करोड़ से अधिक का गबन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर के सैफ से लाखों रुपए के अमेरिकी डॉलर भी गायब हैं। जिसका ऑडिट रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ है।
जिला सिरमौर के सिरमौर उपायुक्त आरके गौतम को शिकायत व ज्ञापन सौंपने के बाद त्रिलोकपुर पंचायत के ग्रामीण धीरज कुमार, त्रिलोकपुर पंचायत के उपप्रधान दिनेश ठाकुर, धर्मपाल, सुभाष, जोगिंदर सिंह, सोहन सिंह, युद्धवीर सिंह, गौरव, सुभाष, करण सिंह और रामकरण सिंह ने बताया कि महामाया बाला सुंदरी मंदिर न्यास में 2007 से न्यास के कर्मचारियों द्वारा दान पात्रों से छेड़छाड़ कर करोड़ों रुपए चोरी कर लिए गए हैं।
पिछले एक दशक में चोरी की घटनाए बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। अब तक मंदिर न्यास के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ मिलकर 100 करोड़ से अधिक की चोरी कर चुके हैं। त्रिलोकपुर पंचायत के ग्रामीणों ने पूर्व में मंदिर न्यास में सहायक प्रबंधक रहे गोपाल दत्त शर्मा, पूर्व में नाहन के तहसीलदार मायाराम शर्मा, वर्तमान एसडीएम रजनेश कुमार और पूर्व एएसपी बबिता राणा पर इस चोरी में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। इन ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर न्यास द्वारा मंदिर के कर्मचारी हरीश कुमार से भी रिकवरी की जा रही है।
जबकि गोपाल दत्त शर्मा का मंदिर में कुछ समय पूर्व ही तबादला नाहन तहसील में किया गया है। वही कुछ माह पूर्व मंदिर से चोरी की घटनाओं में निलंबित मुख्य आरोपी गौरव ठाकुर को बिना किसी जांच-पड़ताल के एसडीएम ने बहाल कर दिया। जिसके विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने दोबारा से उस पर जांच की मांग कर उसके विरुद्ध उचित कार्यवाही की मांग की है।
त्रिलोकपुर पंचायत के निवासियों ने बताया कि 15 व 17 जून 2022 की सीसीटीवी फुटेज में गौरव ठाकुर मंदिर के गर्भ गृह तथा गले से चोरी करता हुआ साफ नजर आ रहा है। उसके बावजूद गौरव ठाकुर को बिना किसी जांच के बहाल कर दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि 100 करोड़ से अधिक इस चोरी में तहसीलदार, एसडीएम, मंदिर न्यास के कर्मचारी शामिल हैं। जिसके चलते मामले को कई बार दबाया गया।
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