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पीएम मोदी के मॉडल करियर सेंटर बनाने की उम्मीदों पर फिरा पानी

PRIYANKA THAKUR | 7 मार्च 2022 at 12:43 pm

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63000 बेरोजगारों के रोजगार की उम्मीद थी मॉडल करियर सेंटर

HNN / नाहन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारों को रोजगार परक बनाने के लिए प्रदेश वास्ते मॉडल करियर सेंटर स्वीकार किए थे। बावजूद इसके प्रदेश सरकार सिरमौर के लिए मॉडल करियर सेंटर बना पाने में फेल हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के लिए 4 वर्ष पहले मॉडल करियर सेंटर बनाने के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया था। प्रदेश के सभी जिलों में मॉडल करियर सेंटर बनकर फंक्शनिंग में भी आ चुके हैं बावजूद इसके सिरमौर में इसकी अभी तक आधारशिला भी नहीं रखी जा सकी है।

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क्या है मॉडल कैरियर सेंटर
एमसीसी की फंक्शनिंग एम्पलाई और जॉब सीकर के बीच एक सेतु की भूमिका होती है। जिसमें एम्पलाई और जॉब सीकर दोनों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है। पीएम नरेंद्र मोदी की इस दूरवर्ती योजना के तहत जॉब सीकर और एम्पलाई को एक प्लेटफार्म मिलता है। जिसमें नेशनल कैरियर सर्विस पोर्टल पर रोजगार को लेकर एक ऐसा मंच तैयार होता है जिसमें नौकरी सहित स्वरोजगार की भी बड़ी काउंसलिंग होती है। कहा जा सकता है यह पूरा सिस्टम naukri.com की तरह कार्य करता है।

बल्कि यही योजना naukri.com से भी ज्यादा परिष्कृत मानी गई है। जिसमें बेरोजगारों को ऑनलाइन कैरियर काउंसलिंग तथा वोकेशनल गाइडेंस देने का प्रावधान है। अब आपको यह भी बता दें कि इस कैरियर सेंटर में मनोवैज्ञानिक की पोस्ट के साथ प्रोफेशनल भी रखे जाते हैं। इन सब का कार्य बेरोजगार उसकी रूचि के अनुसार मार्गदर्शन करना होता है। जिला सिरमौर के लिए 2018-19 में विलाराउड में जमीन चयनित कर ली गई थी।

आईडीबी बैंक से 3 करोड़ की राशि स्वीकृत होकर लोक निर्माण विभाग को निर्माण हेतु फंड भी जारी हुआ था। मगर व्यक्ति विशेष को टेंडर ना मिल पाने के कारण इस पर एक पर्यावरण एनजीओ से स्टे लगवा दिया गया था। 2021 तक इस भवन के निर्माण हेतु कहीं भी जमीन तलाशी नहीं गई। मौजूदा उपायुक्त आरके गौतम ने इसे गंभीरता से लेते हुए नाहन के काशी वाला में जमीन का चयन भी करवा दिया। वही यह भी पता चला कि जो पैसा आईडीबी से योजना के तहत भवन निर्माण हेतु स्वीकृत हुआ था वह लैप्स हो गया है। जिसके चलते अब यह योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है।

हैरानी की बात तो यह है कि जिला सिरमौर में 63000 बेरोजगार जिला श्रम एवं रोजगार विभाग में रजिस्टर्ड हैं। विभाग के पास अपना भवन तक नसीब नहीं है। मौजूदा समय जिला मुख्यालय स्थित मुख्य एंप्लॉयमेंट ऑफिस मात्र दो कमरों में चल रहा है। अब यदि भवन का निर्माण शुरू होता तो जिला में प्रधानमंत्री स्वावलंबन योजना के साथ-साथ हजारों बेरोजगारों को स्वरोजगार व रोजगार निश्चित रूप से सुनिश्चित होता। साथ ही जिला सिरमौर में एंप्लॉयमेंट ऑफिस का अपना भवन होता।

उधर जिला रोजगार अधिकारी अक्षय शर्मा का कहना है कि उनके द्वारा मॉडल करियर सेंटर के भवन निर्माण हेतु आला अधिकारियों को सूचित किया गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिला रोजगार कार्यालय डीआरडीए के भवन में चल रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में 63000 एंप्लॉयमेंट कार्ड रजिस्टर्ड है। शर्मा ने बताया कि जिला में 3620 लोगों को बेरोजगारी भत्ता भी दिया जा रहा है। मगर अभी तक मॉडल कैरियर सेंटर का निर्माण शुरू नहीं हुआ है।

उधर, श्रम आयुक्त एवं निदेशक रोजगार आशीष सिंह का कहना है कि जमीन विभाग के नाम ट्रांसफर हो गई है। भवन निर्माण के लिए अब अस्टीमेट बनवाया जाएगा। बजट के प्रावधान के लिए कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्टीमेट बनने के बाद सरकार से भवन निर्माण हेतु बजट उपलब्ध करवाया जाएगा। निश्चित रूप से सिरमौर में जल्द ही मॉडल करियर सेंटर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देरी की वजह से बजट को लेकर परेशानी हुई है। मगर अब जमीन मिल चुकी है जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा।

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