कालीस्थान मंदिर परिसर में आम के पेड़ का कटान तो लेप्रोसी वार्ड के समीप काटे चीड़ के 8 पेड़
HNN/नाहन
जिला मुख्यालय नाहन में पेड़ कटान का सिलसिला जारी है। कौन इन पेड़ों का अवैध कटान करवा रहा है और किसके इशारे पर ये काम किया जा रहा है, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन हरे-भरे पेड़ों के कटान से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आज पहले शहर के ऐतिहासिक कालीस्थान मंदिर के पिछले हिस्से में एक हरा-भरा पेड़ काट दिया गया। जैसे ही पेड़ कटा तो वह सड़क से गुजर रही एक कार पर जा गिरा। गनीमत ये रही कि गाड़ी में सवार बाप-बेटा सुरक्षित हैं। इस घटना के बाद सवाल उठना लाजमी है।
पहला ये कि पेड़ काटने के दौरान सड़क पर किसी भी तरह की सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया। पेड़ कट रहा था तो सड़क पर गाड़ियों को क्यों नहीं रोका गया। पेड़ राह चलते किसी व्यक्ति पर भी गिर सकता था, इसका जिम्मेदार कौन होता?
घटना के बाद पेड़ की चपेट में आए दिनेश तोमर ने पुलिस में लापरवाही का मामला दर्ज किया है। उधर, एएसपी सिरमौर योगेश रोल्टा ने बताया कि इस संदर्भ में दिनेश तोमर की शिकायत पर पुलिस थाना नाहन में पेड़ काटने के दौरान बरती गई लापरवाही पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है।
बताया जा रहा है कि सड़क पर गिरे इस हरे-भरे आम के पेड़ को काटने की परमिशन ली गई थी। मौके पर लोगों का कहना था कि बहुत से स्थानों पर सूखे पेड़ खड़े हैं, जो हादसे का कारण बन सकते हैं। बड़ा सवाल यही है कि फल देने वाले इस हरे-भरे पेड़ को काटने की परमिशन कैसे दी गई?
सवाल ये भी कि आखिरकार ये हरा-भरा पेड़ कैसे किसी के लिए जानलेवा बना था, जो इसे काटने की परमिशन दे दी गई। इसके बाद खबर आई कि मेडिकल कालेज के समीप लेप्रोसी वार्ड के पास भी चीड़ के पेड़ का कटान हुआ है, जहां 8 पेड़ काट दिए गए।
इसके बाद नगर परिषद की तरफ से इस संदर्भ में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है। उधर, मामला संज्ञान में आते ही गुन्नूघाट पुलिस चौकी की टीम भी मौके पर जांच के लिए पहुंची। ये पेड़ किसने और किस कारण काटे, फिलहाल इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
वहीं नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अजय गर्ग ने बताया कि चीड़ के 8 पेड़ों को काटने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई है। उधर गुन्नूघाट पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश मेहता ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। इसकी जांच की जा रही है।