लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

नाहन के ऐतिहासिक चौगान में गूंजेगी गुरबाणी, ‘हिन्द की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष पर सजेगा भव्य दरबार

Shailesh Saini | 20 नवंबर 2025 at 4:56 pm

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

नाहन:

नाहन का ऐतिहासिक चौगान मैदान आगामी 23 नवंबर, 2025 (रविवार) को एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनने जा रहा है।

मौका होगा ‘हिन्द की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी, भाई मति दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी के 350वें शहीदी वर्ष का, जिसे ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री दशमेश अस्थान नाहन द्वारा एक भव्य ‘गुरमत समागम’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

​इस आयोजन की विस्तृत जानकारी देते हुए वीरवार को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार अमृत सिंह शाह ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने भावुकता के साथ याद दिलाया कि धर्म और मानवता की रक्षा के लिए श्री गुरु तेग बहादुर जी और उनके अनुयायियों ने जो अद्वितीय बलिदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

इसी महान शहादत को नमन करने के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, सुखमनी सोसाइटी और सेवा दल नाहन के संयुक्त तत्वावधान में यह विशाल आयोजन किया जा रहा है।​

अमृत सिंह शाह ने बताया कि यह समागम नाहन के इतिहास में अपनी तरह का पहला विशाल आयोजन होगा, जो रविवार सुबह 9:30 बजे आरंभ होकर रात्रि 10:00 बजे तक अनवरत चलेगा।

इस दौरान पूरा शहर गुरबाणी के रस में सराबोर रहेगा। समागम की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें शिरकत करने के लिए देश के कोने-कोने से महान पंथक हस्तियां नाहन पहुंच रही हैं।​

कीर्तन दरबार में विशेष रूप से दरबार साहिब (अमृतसर) के हजूरी रागी भाई जगतार सिंह खालसा, खरड़ से भाई कुलविंदर सिंह, माणकपुर शरीफ से ढाडी जथा भाई गरजा सिंह और सिरथले वाले संत बाबा प्यारा सिंह संगत को निहाल करेंगे।

इनके अलावा देहरादून से गुरसिख मरजी वड़े कीर्तन जत्था, चंडीगढ़ से भाई हरप्रीत सिंह, बड़ू साहिब का अनहद वाणी जत्था और नाहन गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी भाई गुरमीत सिंह भी अपनी हाजिरी भरेंगे।​

प्रेस वार्ता में इस बात को भी प्रमुखता से रखा गया कि मोहल्ला गोविंदगढ़ का सिख सेवा दल सिर्फ धार्मिक आयोजनों तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर के सामाजिक सरोकारों में भी उनकी भूमिका हमेशा अग्रणी रही है।

सरदार अमृत सिंह शाह और आयोजन समिति के सेवादारों ने समूचे नाहन और सिरमौर निवासियों से अपील की है कि वे जाति-धर्म से ऊपर उठकर इस ऐतिहासिक समागम का हिस्सा बनें और गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करें। आयोजन स्थल पर संगत के लिए गुरु के अटूट लंगर की भी विशेष व्यवस्था रहेगी।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]