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जिला प्रशासन के प्रयासों से मॉडल करियर सेंटर का रास्ता क्लियर

SAPNA THAKUR | 21 अक्तूबर 2021 at 2:28 pm

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4 साल के लंबे इंतजार के बाद भवन निर्माण को मिली जमीन

HNN/ नाहन

आखिर 4 साल के लंबे इंतजार के बाद जिला सिरमौर में बनाए जाने वाले मॉडल करियर सेंटर के निर्माण के रास्ते साफ हो गए हैं। एमसीसी भवन के निर्माण को लेकर एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा करीब 4 करोड रुपए का बजट मंजूर किया गया था। इससे पहले यह बताना जरूरी है कि मॉडल करियर सेंटर का कंसेप्ट थ्रू आउट कंट्री मोदी सरकार के द्वारा मंजूर किया गया था। जिसमें हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों में भी 1-1 मॉडल करियर सेंटर बनाया जाना था।

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वर्ष 2018 में इस भवन के निर्माण को लेकर पैसा मंजूर किया गया था। यही नहीं कोर्ट रोड के समीप जमीन का भी चयन कर लिया गया था। मगर फॉरेस्टक्लीयरेंस को लेकर माननीय न्यायालय के द्वारा एक एनजीओ की पिटीशन पर स्टे लगा दिया गया था। जिसके बाद 4 वर्षों तक इस भवन के निर्माण को लेकर तत्कालीन जिला उपायुक्त जमीन उपलब्ध नहीं करा पाए थे।

हाल ही में वर्तमान उपायुक्त आरके गौतम के संज्ञान में मामला आने के बाद जमीन चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। जिसको लेकर नाहन के कांशी वाला में 772 वर्ग मीटर जमीन का चयन कर लिया गया है। अब यहां यह भी बताना जरूरी है कि पूरे प्रदेश के 12 जिलों में केवल सिरमौर और शिमला ही कैरियर काउंसलिंग सेंटर का निर्माण नहीं कर पाया था।

क्या है एमसीसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्किल डिवेलपमेंट को लेकर पूरे देश भर में व्यापक अभियान चलाया गया था। समाज के हर वर्ग के बेरोजगार को रोजगार मिले और उसको एक सही मार्गदर्शन मिले इसको लेकर मॉडल करियर सेंटर योजना बनाई गई थी। इस योजना के तहत हर जिला के रोजगार कार्यालय को मॉडल कैरियर सेंटर में कन्वर्ट किया जाना था। इसका मुख्य उद्देश्य जॉब सीकर और एंप्लॉयड के बीच एक सेतु का कार्य करना सुनिश्चित किया गया है। इसमें जॉब सीकर और इंप्लायड को एक प्लेटफार्म पर ऑनलाइन जोड़ा जाना होगा।

यही नहीं बेरोजगार युवक की काउंसलिंग के लिए तथा उसके व्यवसायिक मार्गदर्शन हेतु काउंसलर भी नियुक्त किए जाएंगे। इस बिल्डिंग में साइकेट्रिस्ट तथा यंग प्रोफेशनल को भी नियुक्त किया जाएगा। इन सबका एक ही उद्देश्य होगा कि बेरोजगार को किस तरीके से उसकी हॉबी के अनुसार रोजगार परक बनाया जाए। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के ऊना और हमीरपुर में मॉडल करियर सेंटर का भवन बनकर भी तैयार हो चुका है। सिरमौर और शिमला को छोड़कर बाकी अन्य जिलों में भवन निर्माण कार्य चले हुए हैं।

अब जिस प्रकार जिला प्रशासन के द्वारा इस मुद्दे को बड़ी गंभीरता से लेते हुए जमीन का चयन कर लिया गया है। निश्चित ही बहुत जल्द जिला सिरमौर को भी एक बेहतरीन मॉडल कैरियर सेंटर मिल जाएगा। हालांकि इस मॉडल कैरियर सेंटर के निर्माण को लेकर के कुछ चहेतों के टेंडर वाली बात भी बीच में आई थी। मगर बाद में प्रशासन ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया। जमीन को लेकर जिला रेवेन्यू अधिकारी नारायण चौहान को विशेष रूप से नियुक्त कर जमीन को फाइनल किया गया। बीआरओ नारायण चौहान द्वारा कई दिनों की जद्दोजहद के बाद कांशी वाला में इसकी जमीन को अंतिम रूप दिया गया।

उधर, जिला रोजगार अधिकारी अक्षय शर्मा ने बताया कि मॉडल करियर सेंटर के लिए लगभग एक बीघा जमीन का चयन कर लिया गया है। जमीन जल्द विभाग के हस्तांतरण हो इसके लिए कागजी कार्यवाही पूरी की जा रही है।

उधर, उपायुक्त जिला सिरमौर आरके गौतम ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कैरियर काउंसलिंग सेंटर के लिए कोई बजट लैप्स नहीं हुआ है। एशियन डिवेलपमेंट बैंक का पैसा सरकार के पास है। जल्द ही जमीन की औपचारिकताएं पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा।

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