आधुनिक समाज में वृद्धजनों के मान-सम्मान और स्नेह से वंचित रहने की मार्मिक दास्तान
हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन
शिमला के गेयटी थियेटर में 3 से 5 अक्टूबर तक आयोजित हो रहे बाल रंगमंच महोत्सव अंतर विद्यालय प्रतियोगिता में सिरमौर के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. दीनदयाल वर्मा की कहानी “दादी” पर आधारित नाटक आकर्षण का केंद्र बनेगा।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
यह महोत्सव हिमाचल प्रदेश के लेखकों की कहानियों पर केंद्रित है, जिसके तहत विभिन्न विद्यालय इन रचनाओं पर नाट्य प्रस्तुतियां दे रहे हैं। डॉ. दीनदयाल वर्मा की कहानी ‘दादी’ आधुनिक समाज और बदलते समय में एक वृद्ध महिला के अंतर्मन द्वंद और पीड़ा की मार्मिक दास्तान है, जो देश के किसी भी शहर या मुहल्ले में घटित हो सकती है।
इस कहानी के माध्यम से लेखक ने परिवार में वृद्धजनों को उचित मान-सम्मान और स्नेह से वंचित रह जाने की गंभीर सामाजिक समस्या को उजागर किया है। डॉ. वर्मा की यह रचना मानवीय संवेदनाओं को गहरे तक स्पर्श करती है, जिससे पाठक मुग्ध रह जाते हैं, जो उनकी अपनी संवेदनशीलता और कला दृष्टि का परिणाम है।
निरंतर कहानी, कविता, नाटक और व्यंग्य लेखन के माध्यम से डॉ. वर्मा की लेखनी समाज में नई जागरूकता और चेतना का विकास करने हेतु प्रयासरत है और अब तक उनकी चौदह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
डॉ. वर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं, जो कहानी, कविता, नाटक, संस्मरण और व्यंग्य सभी विधाओं में समान रूप से लिखते हैं और साहित्य तथा समाज को अपने शब्दों से मूल्यवान योगदान दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि वे समाज और विद्यालयों के लिए हिंदी भाषा और साहित्य हेतु अभी तक बीस हजार से अधिक पुस्तकें निःशुल्क भेंट कर चुके हैं।
डॉ. वर्मा के अभी तक तीन नाटक—गुरु दक्षिणा, प्रेम पुष्प और तपस्या—प्रकाशित हो चुके हैं और आकाशवाणी से प्रसारित भी हुए हैं, जिनका मंचन भारत के विभिन्न शहरों में किया जाता है। ‘दादी’ कहानी पर आधारित नाटक का मंचन गेयटी थियेटर शिमला में मोनाल पब्लिक स्कूल द्वारा 4 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे किया जाएगा।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group





