सनातन धर्म प्रचार के तहत 20 करोड़ घरों तक धर्म ग्रंथ को पहुंचाने का लक्ष्य
HNN / नाहन
हिंदू राष्ट्र में सनातन धर्म प्रचार को लेकर संत समाज ने बड़ा जिम्मा उठाया है। सनातन धर्म प्रचार संस्था के मुख्य प्रचारक के रूप में प्रदेश की जिम्मेवारी परमहंस ब्रहम ऋषि महामंडलेश्वर स्वामी दयानंद भारती के द्वारा उठाई गई है। प्रदेश के एकमात्र जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर बीते तीन महीनों से प्रदेश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों सहित आमजन में श्रीमद्भागवत गीता का मुफ्त वितरण कर रहे हैं। नई पीढ़ी को वैदिक परंपरा और भारतीय संस्कृति के ज्ञान से अवगत कराने को लेकर इसे अनूठी पहल भी माना जा रहा है।
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चौंकाने वाली बात तो यह है कि महामंडलेश्वर स्वामी दयानंद भारती के द्वारा खुद प्रदेश के विभिन्न स्कूलों व संस्थानों में घूमते हुए करीब पांच हजार छात्रों को गीता नवनीत श्लोक पत्रिका की प्रतियां बांटी गई है। जबकि श्रीमद्भागवत गीता की 1 हजार प्रतियां आम जनमानस को बांटी गई हैं। गौरतलब हो कि स्वामी दयानंद भारती गायत्री आश्रम श्री रेणुका जी के प्रमुख संचालक हैं। यही नहीं, जूना अखाड़ा की ओर से प्रदेश के एकमात्र महामंडलेश्वर भी हैं। महामंडलेश्वर का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को देश व भारतीय संस्कृति के मूल सिद्धांतों से अवगत कराना है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज भावी पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता की ओर अग्रसर हो रही है। उन्होंने कहा आधुनिकता की दौड़ में हम अपने धर्म, देवता और संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 70 सालों के बाद देश को एक ऐसा नेतृत्व मिला है जिसकी कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका और उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य देश व आर्यव्रत को जागृत कर भारत को विश्व गुरु बनाना है।
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