शिमला ज़िले के जुन्गा क्षेत्र की दरभोग पंचायत के पराड़ी गांव में खेतों की रखवाली करने गईं मां-बेटी की पराड़ी खड्ड में बहने से मौत हो गई। हादसे से गांव में शोक की लहर है और पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
शिमला
खड्ड के उफान में बह गईं मां-बेटी
गुरुवार दोपहर लीलावती (40) पत्नी रामकिशन शर्मा और उनकी बेटी शीतल (10) गोभी की फसल की रखवाली करने खेत गई थीं। बंदरों को भगाने के दौरान वे खड्ड के पास पहुंच गईं, जहां बारिश से पानी का बहाव तेज था। इसी दौरान दोनों तेज धारा में बह गईं।
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शाम तक मिली मौत की खबर
जब शाम चार बजे तक मां-बेटी घर नहीं लौटीं, तो परिवार और ग्रामीणों ने तलाश शुरू की। कुछ दूरी पर दोनों के शव बरामद हुए। मृतक शीतल छठी कक्षा की छात्रा और तीन बहनों में सबसे छोटी थी।
गरीब किसान परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
पंचायत प्रधान तनु उर्फ तारा भारद्वाज ने बताया कि मृतकों का परिवार खेती-बाड़ी करता है और आर्थिक रूप से कमजोर है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की। ढली पुलिस स्टेशन की टीम ने मौके पर पहुंचकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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