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कालाअंब में आबकारी विभाग ने अवैध स्पिरिट की सप्लाई करने वालों के खिलाफ की बड़ी कार्यवाही

PRIYANKA THAKUR | 4 फ़रवरी 2022 at 8:08 pm

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ग्लू से जुड़े हैं सिरमौर के तार, मंडी और सिरमौर की टीम की संयुक्त कार्यवाही से हुआ पर्दाफाश

HNN / काला अंब

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी स्थित गोवर्धन बाटलिंग प्लांट में निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं की कड़ियों को जोड़ते हुए शुक्रवार को आबकारी एवं कराधान विभाग के उड़न दस्ते की टीम ने सिरमौर के कालाअंब में छापेमारी की। राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस खान ने बताया कि ऑनलाइन डाटा के द्वारा ई वे बिलो की जांच करते हुए विभाग ने जिला सिरमौर के काला अंब स्थित एक औद्योगिक परिसर ,डच फोरमुलेशन में विभाग के संयुक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी उज्जवल राणा के नेतृत्व में टीम ने निरीक्षण किया।

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निरीक्षण के दौरान पाया गया कि परिसर में किसी भी प्रकार का कोई उत्पाद तैयार नहीं किया जा रहा था। उक्त इकाई के पास ड्रग अथॉरिटी द्वारा कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। इस यूनिट ने वर्ष 20-21 में 8.06 करोड़ रूपए की परचेज ई-वे बिलो में की है और लगभग 4.77 करोड़ रूपए की बिक्री दिखाई है। दोनो में कुल अंतर 3.39 करोड़ रुपए बनाता है जिसका कोई भी स्टॉक परिसर में नही पाया गया। इसी कंपनी की एक अन्य फर्म डेनिश लैब अम्बाला में है। इस फर्म के भी ई वे बिल चेक किये गए। इस दौरान पाया गया कि इस फर्म ने सीएमओ धर्मशाला को हैंड् सैनिटाइजर के चार खेप नवंबर व दिसंबर 21 में भेजे हैं।

इसी तरह इसी फर्म ने हैंड सैनिटाइजर के 3 खेप राजीव गांधी आयुष मेडिकल कॉलेज पपरोला को भेजे हैं। इन सभी की कीमत 51 लाख रुपए है। इस के अतिरिक्त मैसर्स डच फॉर्मूलेशन काला अम्ब ने भी हैंड सैनिटाइजर की एक खेप पपरोला कॉलेज को भेजी है जिसकी कीमत 7.50 लाख है। यहां ये भी उल्लेखनीय हैं कि उक्त फर्मो को समय दिए जाने के बावजूद भी किसी तरह की डिटेल विभाग को उपलब्ध नहीं करवाई है। विभाग ने यह सारा डेटा ई-वे बिल सिस्टम से निकाला है।

जब इसकी दोनो विभागों से जांच पड़ताल करवाई तो उन्होंने लिखित में सूचित किया कि उन्होंने ऐसी कोई भी सप्लाई नही मंगवाई है और न ही प्राप्त की है। यह व्यापारी ईएनए का कारोबार भी करते है। कुल अवैध सप्लाई 58.50 लाख रुपए की है जिससे लगभग एक लाख बल्क लीटर स्पिरिट खरीदी जा सकती है और लगभग 37 से 40 हज़ार पेटी शराब का उत्पादन किया जा सकता है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त फर्मो द्वारा हैंड सेनीटाइजर सप्लाई करने की आड़ में स्पिरिट की आपूर्ति की जा रही थी। इस संबंध में विभाग द्वारा उक्त फर्म के खिलाफ आगामी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है।

उधर उपायुक्त राज्य कर एवं आबकारी विभाग जिला सिरमौर प्रितपाल सिंह ने टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई भी दी है।

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