भारत में विमान हादसों का इतिहास: प्रमुख दुर्घटनाएं और सुरक्षा चुनौतियाँ, एयर इंडिया के नाम ही क्यों है सबसे ज्यादा हवाई दुर्घटनाएं
हिमाचल नाऊ न्यूज़ अहमदाबाद:
अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा टल गया। रनवे पर इंडिगो एयरलाइन के विमान (उड़ान संख्या 6E 133) और स्पाइसजेट के विमान के बीच टक्कर होते-होते बची, जिससे एक बड़ा नुकसान होने से बच गया। यह घटना हवाई यातायात नियंत्रक (ATC) की सतर्कता और पायलटों के त्वरित निर्णय के कारण टली।
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यह घटना अहमदाबाद हवाई अड्डे पर हुई 37 साल पहले की एक और घटना की याद दिलाती है। 19 अक्टूबर, 1988 को भी इसी हवाई अड्डे पर एक इंडियन एयरलाइंस के विमान के साथ ऐसी ही एक घटना हुई थी, जिसमें बड़ा हादसा होते-होते बचा था।
भारत में विमान दुर्घटनाओं का इतिहास: कब, कहां और कैसे
भारत में कई बड़ी विमान दुर्घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने देश को झकझोर दिया। इन दुर्घटनाओं के मुख्य कारण अक्सर तकनीकी खराबी, मानवीय त्रुटि, खराब मौसम या रखरखाव में कमी रहे हैं।
- 1978: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 1C403, मुंबई: 21 जून, 1978 को मुंबई में लैंडिंग के दौरान यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तकनीकी खराबी को इसका कारण माना गया।
- 1982: एयर इंडिया फ्लाइट 403, मुंबई: 21 जून, 1982 को मुंबई में ही लैंडिंग के दौरान एक और एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी।

- 1993: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 491, औरंगाबाद: 26 अप्रैल, 1993 को औरंगाबाद में उड़ान भरने के तुरंत बाद यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 55 लोगों की मौत हो गई थी।
- 1996: चरखी दादरी हवाई टक्कर, हरियाणा: 12 नवंबर, 1996 को सऊदी अरब एयरलाइंस और कजाकिस्तान एयरलाइंस के विमानों के बीच हवा में टक्कर हो गई थी। यह दुनिया की सबसे भीषण हवाई टक्करों में से एक थी, जिसमें 349 लोगों की मौत हुई थी।
- 2010: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812, मंगलुरु: 22 मई, 2010 को मंगलुरु में लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसल गया और खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में 158 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें केवल 8 लोग बचे थे। यह भारत की सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक है।
- 2012: किंगफिशर एयरलाइंस विमान दुर्घटना, मुंबई: 2012 में किंगफिशर एयरलाइंस के एक विमान को तकनीकी खराबी के कारण मुंबई में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी।
- 2020: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 1344, कोझीकोड: 7 अगस्त, 2020 को कोझीकोड में लैंडिंग के दौरान यह विमान रनवे से फिसल गया और खाई में गिर गया, जिससे 21 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें दोनों पायलट भी शामिल थे।
प्रमुख भारतीय एयरलाइंस: इंडिगो और स्पाइसजेट से जुड़ी घटनाएं
हाल के वर्षों में भारत में हवाई यातायात में भारी वृद्धि हुई है, और इंडिगो तथा स्पाइसजेट जैसी कम लागत वाली एयरलाइंस ने बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की है। इन एयरलाइंस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर भी ध्यान देना जरूरी है:
इंडिगो (IndiGo):
इंडिगो भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है और इसका सुरक्षा रिकॉर्ड काफी मजबूत माना जाता है। हालांकि, कुछ घटनाएं हुई हैं:बर्ड स्ट्राइक: इंडिगो की उड़ानों में पक्षियों से टकराने (बर्ड स्ट्राइक) की कई घटनाएं सामने आई हैं, जो अक्सर उड़ान में देरी या डायवर्जन का कारण बनती हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश घटनाओं में विमान को गंभीर क्षति नहीं हुई है और यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया है।
तकनीकी खराबी और आपातकालीन लैंडिंग:
विभिन्न समयों पर इंडिगो के विमानों में इंजन या अन्य तकनीकी खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग की घटनाएं हुई हैं। ये घटनाएं आमतौर पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सफलतापूर्वक संभाली गई हैं।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
- इंजन संबंधी चिंताएं (2018): रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में इंडिगो के कुछ प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) इंजन वाले A320neo विमानों में उड़ान के दौरान इंजन बंद होने (In-flight engine shut down) की कई घटनाएं सामने आई थीं। हालांकि, बाद में इन इंजनों को अपडेट किया गया और स्थिति में सुधार आया।
- अहमदाबाद में टला हादसा (2025): हाल ही में अहमदाबाद में स्पाइसजेट के विमान के साथ टक्कर टलने की घटना भी इंडिगो से जुड़ी हुई है, जो हवाई अड्डे पर यातायात प्रबंधन की चुनौती को उजागर करती है।
स्पाइसजेट (SpiceJet):
स्पाइसजेट ने भी भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है, लेकिन कुछ सुरक्षा चिंताओं के कारण यह डीजीसीए के स्कैनर पर भी रही है। - तकनीकी खराबी की घटनाएं: स्पाइसजेट के विमानों में अक्सर तकनीकी खराबी और आपातकालीन लैंडिंग की खबरें आती रही हैं। डीजीसीए ने कई बार स्पाइसजेट को सुरक्षा मानकों में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।
- 2022 में कई घटनाएं: जून 2022 में स्पाइसजेट के साथ लगभग 18 दिनों में 8 तकनीकी खराबी की घटनाएं सामने आईं, जिनमें पटना में इंजन में आग लगना, जबलपुर में केबिन प्रेशर की समस्या और दिल्ली में बर्ड स्ट्राइक शामिल हैं। इन घटनाओं के बाद डीजीसीए ने स्पाइसजेट को 50% उड़ानों का संचालन करने का निर्देश दिया था ताकि वे अपने सुरक्षा तंत्र को मजबूत कर सकें।
- रनवे पर करीब आना (मुंबई, 2017): 2017 में मुंबई हवाई अड्डे पर स्पाइसजेट और जेट एयरवेज के विमान रनवे पर एक-दूसरे के करीब आ गए थे, जिससे टकराव का खतरा पैदा हो गया था। यह घटना भी हवाई यातायात नियंत्रण की चुनौती को दर्शाती है।
- हालिया अहमदाबाद की घटना (2025): इंडिगो विमान के साथ अहमदाबाद में हुई टकरार टलने की घटना में स्पाइसजेट का विमान भी शामिल था।
सबसे ज्यादा हवाई दुर्घटनाएं: एयरलाइंस का विश्लेषण और सुरक्षा मानक
भारत में हवाई दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हैं कि कुछ एयरलाइंस का सुरक्षा रिकॉर्ड दूसरों की तुलना में अधिक चिंताजनक रहा है। ऐतिहासिक रूप से, इंडियन एयरलाइंस (जो बाद में एयर इंडिया में विलय हो गई) और एयर इंडिया के नाम कई बड़ी दुर्घटनाएं दर्ज हैं। इसका एक कारण यह भी है कि ये लंबे समय तक भारत की प्रमुख एयरलाइंस थीं और इनकी उड़ानों की संख्या भी अधिक थी।
बहरहाल, आधुनिक विमान अत्यधिक सुरक्षित माने जाते हैं और दुर्घटनाएं भी अपेक्षाकृत कम होती हैं। बावजूद इसके, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) लगातार विमान उद्योग से सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करने और सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है। डीजीसीए नियमित रूप से एयरलाइंस का ऑडिट करता है और सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करता है, ताकि यात्रियों का हवाई यात्रा पर विश्वास बना रहे।
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