HNN/कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी जान को जोखिम में डाल कर गांव-गांव तक टीकाकरण के लिए जा रही हैं। कुल्लू के जरी स्वास्थ्य खंड में दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता सेसी देवी और कमला देवी के द्वारा नजां गांव के बच्चों और महिलाओं को टीका लगाने के लिए 10 कि.मी के खतरनाक रास्ते को पार किया गया। बता दें कि इस गांव के 11 बच्चों और 3 महिलाओं का स्वास्थ्य कार्यकर्ता के द्वारा टीकाकरण किया गया।
जानकारी के मुताबिक, इस क्षेत्र में कई जगह बाढ़ और भूस्खलन होने के कारण पैदल चलने का रास्ता भी पूरी तरह से खत्म हो चुका है। बताया जा रहा है कि नदी-नालों के किनारे लकड़ी डालकर खतरनाक रास्ते बनाए गए हैं, जो पैदल चलने के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो रहे हैं। दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर इस खतरनाक रास्ते को पार करते हुए गांव तक का सफर तय किया गया।
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वहीं, दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी और सेसी देवी ने बताया कि गांव तक पहुंचने वाला रास्ता बहुत ही कठिन था जिसमें जगह-जगह रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। नदी नालों के किनारे लकड़ी की सीढ़ी से होकर खतरनाक जगहों को पार करना पड़ा, जिसके बाद वह टीकाकरण के लिए गांव पहुंच पाए।
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