Himachalnow / नाहन
भाजपा समर्थित नगर परिषद पर मंडराया संकट, उपाध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
भाजपा समर्थित नाहन नगर परिषद के उपाध्यक्ष और पार्षद ने अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता पार्षद सध्या अग्रवाल ने अध्यक्ष श्याम पुंडीर की कार्य प्रणाली पर सवाल लगाते हुए उनसे अपना समर्थन वापस ले लिया है।
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अविनाश गुप्ता का आरोप है कि नगर परिषद अध्यक्ष पूरी तरह से निष्क्रिय थी जिसके कारण जन कल्याण के कार्य पूरी तरह से ठप हो गए थे। उन्होंने कहा कि जनता और शहर के विकास को लेकर उन्होंने श्याम पुंडीर पर भरोसा जताते हुए उन्हें समर्थन दिया था। मगर अध्यक्ष ना तो जनता और ना ही अपने पार्षदों के भरोसे पर खरी उतर पाई।
उन्होंने कहा कि इसीलिए जनता की भावनाओं का आदर करते हुए उनके द्वारा और उनकी सहयोगी पार्षद संध्याअगवाल ने अपना समर्थन वापस ले लिया है।
बता दे की अविनाश गुप्ता वार्ड नंबर 12 से पर्षद है जबकि संध्याअग्रवाल वार्ड नंबर 11 से नाहन नगर परिषद की पर्षद है। अविनाश गुप्ता नाहन नगर परिषद में उपाध्यक्ष पद पर हैं। नाहन नगर परिषद का अध्यक्ष पद एससी महिला आरक्षित हैं।
नाहन नगर परिषद में कुल 13 वार्ड है जिसमें आठ भाजप समर्थित पार्षद है जबकि पांच काग्रेस समर्थित पार्षद हैं। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के समर्थनलिए जाने के बाद अभी भी भाजपा समर्थित पार्षदों की सख्या एक अधिक है। जानकारी तो यह भी मिली है कि कुछ और भाजपा समर्थित पार्षद अध्यक्षस से अपना समर्थन वापस लेने की तैयारी में है।
ऐसे में भाजपा समर्थित नाहन नगर परिषद पर अल्पमत में आने का संकट गहरा गया है। वहीकांग्रेसी खेमें में भी हल चलें तेज हो गई हैं। हालांकि कांग्रेस कीऔर से फिलहाल कोई राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं आई है बावजूद इसके वार्ड नंबर 7 के पर्षद व वरिष्ठ कग्रेसी नेता राकेश गर्ग उर्फ पपली ने कहा कि नाहन नगर परिषद के अध्यक्ष की जगह उनके पति नगर परिषद के फैसला ले रहा था।
राकेश गर्ग का कहना है कि शहर के विकास कार्यों में नगर परिषद अध्यक्ष के पति की पूरी दखल अंदाजी थी। यही नहीं ढाबा मोहल्ले की पार्किंग में अध्यक्ष के पति की निजी बसें भी फ्री में खड़ी की जाती है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यक्ष के पति के द्वारा कमीशन खोरी का धंधा चलाया जा रहा था। लिहाजा भाजपा समर्थित पार्षदों के द्वारा देर से ही सही मगर सही निर्णय लिया गया है।
अब यदि इस पूरे प्रकरण में राजनीतिक कारणों पर फोकस किया जाए तो उधर नगर परिषद की अध्यक्ष के पति को नाहन धारटी1 यानी पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर की जगह मंडल अध्यक्ष बनाया गया है।
संजय को मंडल अध्यक्ष बनाया जाना भाजपा के एक बड़े खेमे को नागवारा गुजारा है। संभवत भाजपा में घमासान न केवल नगर परिषद बल्कि संगठन स्तर पर भी हलचल होने के आसार बढ़ गए हैं। बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल भी नाहन विधानसभा क्षेत्र से तल्लुक रखते हैं।
भाजपा नगर परिषद में हुए इस घमासान के बाद विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा खेमे में गुटबाजी अब और प्रखर हो गई है। उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता व पार्षद संध्या अग्रवाल के द्वारा उपायुक्त सिरमौर को अविश्वास प्रस्ताव की कॉपी भी सौंप दी गई है। श्यामा पुंडीर सांसद सुरेश कश्यप की छोटी बहन है। भाजपा के कुछ नेताओं का आरोप है कि विधानसभा क्षेत्र मे परिवारवाद को संरक्षण मिल रहा है जो की पार्टी संविधानक के खिलाफ जाता है।
बरहाल इस प्रकरण के बाद विधानसभा क्षेत्र में सांसद सुरेश कश्यप व डॉ राजीव बिंदल गुट आमने-सामने हो गए हैं। देखना यह होगा कि अब दो अन्य कौन से पार्षद होंगे जो खुलकर सामने आएंगे। कुल मिलाकर कहा जाए तो इस प्रकरण में कहीं ना कहीं किसी बड़े नेता की कूटनीति का चक्रव्यूह बड़े ही योजनाबद्घ तरीके से उसे समय व्यू रचना कर रहा है जब प्रदेशअधक्ष का चुनाव भी होना है।
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