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अंदरोली / हिमाचल में साहसिक खेलों और पर्यटन का नया केंद्र बन रहा है

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Himachalnow / ऊना / वीरेंद्र बन्याल

ऊना जिले का अंदरोली एडवेंचर स्पोर्ट्स और वाटर टूरिज्म के लिए उभर रहा है

देवभूमि हिमाचल की मनोरम वादियां और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सदैव पर्यटकों को आकर्षित करती रही हैं। अब प्रदेश सरकार के प्रयासों से साहसिक खेलों और पर्यटन के क्षेत्र में भी संभावनाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है।

बिलासपुर में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को नया आयाम देने के साथ-साथ ऊना जिले का अंदरोली क्षेत्र एडवेंचर स्पोर्ट्स और पर्यटन गतिविधियों के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है। गोविंद सागर झील से सटे इस क्षेत्र में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए एशियन विकास बैंक की सहायता से 10 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इससे यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा।

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मंदली-लठियाणी पुल और सड़क निर्माण से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

गोविंद सागर झील क्षेत्र में पर्यटन को और अधिक विकसित करने के लिए मंदली-लठियाणी पुल और सड़क निर्माण की योजना बनाई गई है। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 871 करोड़ रुपये है, जिससे इस क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

इस दिशा में निर्णायक कदम उठाए गए हैं और पहले चरण के लिए करीब 400 करोड़ रुपये की परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। बेहतर आधारभूत संरचना से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और साहसिक खेलों को भी नई ऊंचाइयां मिलेंगी।


प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांच का संगम

चारों ओर पहाड़ों से घिरी गोविंद सागर झील की सुंदरता और रोमांचकारी गतिविधियों का संगम अंदरोली को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना रहा है। इस क्षेत्र को एडवेंचर टूरिज्म हब बनाने के उद्देश्य से बोटिंग, कयाकिंग, जेट स्की और हाउस बोट जैसी रोमांचक गतिविधियों को प्रारंभ किया जा रहा है।

जिला प्रशासन ने इन गतिविधियों के संचालन के लिए मेफील्ड एडवेंचर्स को टेंडर प्रदान किया है। इससे यहां आने वाले पर्यटकों को रोमांचक अनुभव मिलेगा। जल क्रीड़ाओं की बढ़ती लोकप्रियता न केवल पर्यटन को नया आयाम देगी बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यावसायिक अवसर भी सृजित करेगी।


राष्ट्रीय स्तर पर मिली विशेष पहचान

पिछले वर्ष जनवरी में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित एडवेंचर स्पोर्ट्स मीट ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान दिलाई। इस आयोजन में देशभर से आए खिलाड़ियों और पर्यटकों ने पैरा मोटरिंग, पैरा सेलिंग, हॉट एयर बैलून, एटीवी राइड, जिप लाइन, कमांडो नेट, ज़ॉर्बिंग, मिकी माउस, गन शूटिंग और मोटर बोट जैसी गतिविधियों में भाग लिया था।

इस प्रकार के आयोजनों से साहसिक खेलों और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा मिलेगी।


पर्यटन विकास से स्वरोजगार को मिलेगा बढ़ावा

उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार अंदरोली को साहसिक पर्यटन और वाटर स्पोर्ट्स का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार करने के साथ-साथ यहां मनोरंजन और खेल गतिविधियों के नियमित आयोजन के प्रयास किए जाएंगे। इससे यह क्षेत्र पर्यटन मानचित्र पर और अधिक मजबूती से उभर सकेगा।

मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष कुटलैहड़ क्षेत्र के दौरे के दौरान अंदरोली में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स व साहसिक पर्यटन की संभावनाओं का अवलोकन किया था। उन्होंने वहां बोटिंग का आनंद भी लिया था और इसे बड़े स्तर पर प्रमोट करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे।

वहीं, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता साहसिक खेलों को बढ़ावा देना और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर सृजित करना है। अंदरोली में वाटर स्पोर्ट्स का विकास इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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