लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

अंडर-14 एलिमेंट्री जिला स्तरीय बॉयज टूर्नामेंट में दो अध्यापक कोरोना पॉजिटिव

PRIYANKA THAKUR | Aug 17, 2022 at 9:06 pm

515 बच्चों ने लिया था टूर्नामेंट में हिस्सा, डीसी सिरमौर ने दिए यह आदेश…

HNN / नाहन

जिला सिरमौर एलिमेंट्री एजुकेशन के कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के छात्रों के हुए जिला स्तरीय टूर्नामेंट में दो अध्यापक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अध्यापकों के पॉजिटिव आने के बाद बच्चों के अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 अगस्त से 16 अगस्त तक नाहन के त्रिलोकपुर में अंडर-14 लड़कों की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता शुरू हुई थी। खेलकूद प्रतियोगिताएं 16 अगस्त को संपन्न हो चुकी है। मगर टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले दो अध्यापकों ने सिंप्टोमेटिक आधार पर अपना कोरोना वायरस परीक्षण करवाया।

परीक्षण में रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। हालांकि प्रशासन के दिशा निर्देशों के चलते एलिमेंट्री शिक्षा विभाग के द्वारा भी कोरोना की तमाम गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा गया था। यही नहीं खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित करने वाले अध्यापकों को पहले से ही कोरोना परीक्षण करवाने के भी दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। बावजूद इसके दो अध्यापक कोरोना पॉजिटिव आ गए। तो वही जो बच्चे टूर्नामेंट खेल कर जा चुके हैं उनकी जानकारी विभाग के द्वारा जुटाई जा रही है। वही, 20 अगस्त से 23 अगस्त तक पांवटा साहिब के शिवपुर में अंडर-14 लड़कियों की खेलकूद प्रतियोगिता भी शुरू होनी है।

इन खेलकूद प्रतियोगिताओं को लेकर प्रशासन ने सख्त आदेश भी जारी किए हैं। उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम ने बताया कि एलिमेंट्री विभाग को होने वाले टूर्नामेंट के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले अध्यापकों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वह कोरोना परीक्षण जरूर करवाएं। यही नहीं यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बच्चों तथा अध्यापकों को वैक्सीन की दोनों डोज तथा बूस्टर डोज लगी होनी चाहिए।

उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि टूर्नामेंट में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि खेलों में हिस्सा लेने वाला बच्चा मास्क और सोशल डिस्टेंस का भी पालन करें। उधर एलिमेंट्री एजुकेशन जिला सिरमौर उपनिदेशक गुर जीवन शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट के बाद दो अध्यापकों में कोरोना के लक्षण पाए गए थे।

बरहाल, अब सवाल यह भी उठता है कि जो बच्चे घर जा चुके हैं वह आगे और कितने बच्चों के संपर्क में आए हैं। क्या उनका कोरोना वायरस परीक्षण किया जाना जरूरी होगा या नहीं यह देखना बाकी है।

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


Join Whatsapp Group +91 6230473841