सोलन
डॉ. अंबेडकर की जयंती पर राज्यपाल ने संविधान की महत्ता और सामाजिक एकता पर दिया विशेष जोर
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सोलन के कला केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक दलित पीड़ित उत्थान संस्थान द्वारा किया गया।
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डॉ. अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता थे, जिन्होंने देश को न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की दिशा में मजबूत आधार दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, संघर्ष और एकता के संदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
नशामुक्त हिमाचल बनाने की अपील
राज्यपाल ने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के लोगों से नशामुक्त राज्य बनाने की अपील की। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ अभियान की अगुवाई करें, ताकि जमीनी स्तर पर नशे की मांग खत्म की जा सके।
प्रधानमंत्री द्वारा पंचतीर्थ विकसित करने की सराहना
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा डॉ. अंबेडकर से जुड़े पांच तीर्थ स्थलों ‘पंचतीर्थ’ के विकास की सराहना करते हुए कहा कि इससे भावी पीढ़ियों को उनकी स्मृति से जोड़ने में मदद मिलेगी।
समाजसेवियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया।
अन्य गणमान्य भी रहे उपस्थित
कार्यक्रम में डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल, पूर्व मंत्री राजीव सैजल, संस्थान के अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप सहित नगर निगम सोलन की महापौर ऊषा शर्मा, राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा और उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा भी उपस्थित रहे।
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