70 लाख की लागत से स्थापित ई०ई०जी० मशीन से हो रही जांच
HNN/नाहन
हिमाचल प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर, गुणात्मक तथा अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। इसी क्रम में डाॅ0 यशवंत सिंह परमार आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय नाहन में प्रदेश की प्रथम न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब स्थापित की गई है।
इस लैब में दिमाग, नसों तथा मांसपेशियों संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जा रहा है। विशेषकर 20 वर्ष तक के किशोरों के अतिरिक्त व्यस्क मरीजों का इलाज किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डा0 पवन कुमार कर रहे हैं।
किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डा0 पवन कुमार बताते हैं कि डाॅ0 यशवंत सिंह परमार राजकीय मेडिकल कॉलेज नाहन में दिमाग, नसों तथा मांसपेशियों की बीमारी से ग्रस्त मरीजों की जांच के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 70 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक वीडीयो ई०ई०जी० मशीन यहां स्थापित की गई है। यह मशीन अगस्त 2024 से पूर्ण रूप से क्रियाशील है तथा यहां प्रतिदिन 5-6 ई०ई०जी० टेस्ट किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष सितंबर माह तक 350 मिर्गी के दौरे संबंधित रोगियों, नसों व मांसपेशियों संबंधित 40 मरीजों, कम सुनने वाले 20 रोगियों की (बेरा) जांच तथा 20 मरीजों की (वीईपी) दिखाई न देने वालों की जांच की गई है।
उन्होंने बताया कि यहां प्रतिदिन 2-3 छोटे बच्चे जिन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, उन्हें दाखिल कर इलाज किया जाता है, जबकि 20-25 न्यूरो संबंधित मरीज ओपीडी में आते हैं।
डा0 पवन कुमार बताते हैं कि नाहन मेडिकल कॉलेज में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड, हरियाणा तथा पंजाब के न्यूरो रोग से ग्रस्त मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। पंजाब जलालाबाद निवासी संदीप कुमार बताते हैं कि उनका 2 साल का बेटा यंशदीप जन्म से ही न्यूरो रोग से ग्रस्त है, जिसके हाथों में कंपन होती थी। यंशदीप का इलाज अनेक चिकित्सालयों में करवाया, जहां वह ठीक नहीं हुआ।