Himachalnow / बिलासपुर
गोबिंद सागर झील में पैरासेलिंग की शुरुआत
पैरासेलिंग का रोमांच अब बिलासपुर की गोबिंद सागर झील में भी उपलब्ध होगा। किरतपुर-मनाली फोरलेन पर मंडी-भराड़ी पुल के पास स्थित इस झील में रविवार से पैरासेलिंग की गतिविधियाँ शुरू हो गई हैं।
पैरासेलिंग की राइड का विवरण
पर्यटक 2,000 रुपये देकर पैरासेलिंग की एक राइड का आनंद ले सकते हैं। हवा में यह राइड दो मिनट की होगी, लेकिन झील किनारे से पैरासेलिंग बोट पर जाने और फिर वापस आने की प्रक्रिया में 15 से 20 मिनट का समय लगेगा।
गोबिंद सागर झील में अन्य वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियाँ
उपलब्ध जल क्रीड़ा गतिविधियाँ
गोबिंद सागर झील में पहले से ही क्रूज, स्टीमर, जेटी, शिकारा जैसी विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियाँ शुरू हो चुकी हैं। अब, इन गतिविधियों में पैरासेलिंग का जुड़ना पर्यटकों के लिए और भी रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।
खूबसूरत नजारा और रोमांचक अनुभव
पैरासेलिंग के दौरान पर्यटकों को विशाल गोबिंद सागर झील का सुंदर नजारा देखने को मिलेगा। इसके अलावा, शांतिपूर्ण वादियों के बीच हवा में उड़ते हुए रोमांच का अनुभव भी किया जा सकेगा।
एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए नया आकर्षण
वाटर स्पोर्ट्स जोन की स्थापना
जिला प्रशासन ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मंडी भराड़ी पुल के पास एक वाटर स्पोर्ट्स जोन स्थापित किया है। हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने इसका शुभारंभ किया था। इस कदम से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
पैरासेलिंग का नया अनुभव
पैरासेलिंग अब तक हिमाचल प्रदेश में उपलब्ध नहीं था, लेकिन गोबिंद सागर झील में इस नई गतिविधि के शुरू होने से एडवेंचर के शौकीनों के लिए यह एक बेहतरीन आकर्षण साबित होगा।
गोबिंद सागर झील – पैरासेलिंग के लिए उपयुक्त स्थल
झील का आदर्श स्थान
पैरासेलिंग के लिए खुले जलाशयों की आवश्यकता होती है, और गोबिंद सागर झील इस गतिविधि के लिए एक आदर्श स्थान है। इसके शुरू होने से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और क्षेत्र में पर्यटन को नया रूप मिलेगा।