धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ (एचजीटीयू) के बीच बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान की अगुवाई में छात्रों और शिक्षकों से जुड़े कुल 32 मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में छात्रों की सुविधा और परीक्षा प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
पुनर्मूल्यांकन परिणाम अब सीधे स्कूल की लॉगइन आईडी पर
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि छात्रों के पुनर्मूल्यांकन (Revaluation) के परिणाम अब सीधे संबंधित स्कूल की लॉगइन आईडी पर अपलोड किए जाएंगे। इससे छात्रों को व्यक्तिगत रूप से बोर्ड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और परिणामों तक आसानी से पहुंच बनाई जा सकेगी।
एसओएस की मार्कशीट परिणाम के साथ होगी जारी
स्टेट ओपन स्कूल (SOS) के छात्रों के लिए भी राहत भरी खबर है। अब उनकी मार्कशीट भी परिणाम के साथ ही जारी की जाएगी जिससे समय की बचत होगी और छात्रों को अलग से इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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परीक्षा फॉर्म में मिलेगा सर्च ऑप्शन
छात्रों को अपने नाम और विवरण खोजने में आसानी हो, इसके लिए परीक्षा फॉर्म में ‘सर्च ऑप्शन’ जोड़ा जाएगा। इससे छात्र अपनी जानकारी आसानी से ढूंढ सकेंगे और त्रुटियों से बचा जा सकेगा।
परीक्षा सीरीज में बदलाव, समान कठिनाई स्तर के प्रश्नपत्र
बैठक में परीक्षा में प्रश्नपत्र की सीरीज को लेकर भी अहम बदलाव की घोषणा की गई। वर्तमान में A, B और C सीरीज में प्रश्नों की कठिनाई स्तर में अंतर पाया गया था, जिससे छात्रों को असमान अंक मिलते थे। इस समस्या को दूर करने के लिए अब परीक्षा में तीन की जगह पांच सीरीज बनाई जाएंगी, लेकिन सभी सीरीज में एक जैसे प्रश्न होंगे। सिर्फ प्रश्नों का क्रम बदला जाएगा, जिससे कठिनाई स्तर में समानता बनी रहेगी।
पिछले पांच साल के प्रश्नपत्र होंगे बोर्ड वेबसाइट पर उपलब्ध
अध्यापक संघ ने बोर्ड से अनुरोध किया कि पिछले पांच वर्षों के परीक्षा प्रश्नपत्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए जाएं ताकि छात्र आगामी वार्षिक परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकें।
परीक्षा केंद्रों में CCTV कैमरों की उचित व्यवस्था
परीक्षा प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों में CCTV कैमरे लगाने की भी चर्चा हुई। इससे नकल जैसी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी और निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
मार्किंग पैटर्न में लाया जाएगा सुधार
बैठक में मूल्यांकन प्रक्रिया को एकरूप बनाने पर भी सहमति बनी। अब एक मानकीकृत मार्किंग पैटर्न लागू किया जाएगा ताकि सभी परीक्षकों द्वारा समान अंक दिए जाएं। उदाहरण के लिए, यदि किसी पांच अंकों के प्रश्न में तीन अंकों की गलती है तो सभी परीक्षक एक जैसी कटौती करेंगे। इससे छात्रों को निष्पक्ष अंक मिल सकेंगे और मार्किंग में भेदभाव खत्म होगा।
प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि “यह बैठक छात्र केंद्रित थी, लेकिन इसमें शिक्षकों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बोर्ड प्रशासन ने कई सुझावों को स्वीकृति दी है और आगामी शैक्षणिक सत्र से ये बदलाव लागू कर दिए जाएंगे।”
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