हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित गिरी पावर हाउस का स्तर उन्नत करने का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। 440 करोड़ की लागत से इस जल विद्युत परियोजना का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
क्यों किया जा रहा अपग्रेडेशन?
🔹 गिरी पावर हाउस की मौजूदा मशीनरी काफी पुरानी हो चुकी है
🔹 मशीनों की ओवरहालिंग और अपग्रेडेशन के लिए 440 करोड़ की योजना तैयार
🔹 बिजली उत्पादन क्षमता 60 मेगावाट से बढ़कर 66 मेगावाट होगी
क्या बोले पावर हाउस के अभियंता?
गिरी पावर हाउस के स्थानिक अभियंता अजय चौधरी ने जानकारी दी कि इस परियोजना के तहत नई मशीनरी स्थापित की जाएगी, जिससे बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
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“पहले गिरी पावर हाउस में 60 मेगावाट बिजली उत्पादन होता था, जिसे अब 66 मेगावाट तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट में 32.1 करोड़ की लागत से हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर सिस्टम अपग्रेड किया जाएगा, जबकि कुल परियोजना की लागत 440 करोड़ होगी।”
पावर हाउस अपग्रेडेशन के फायदे
✅ बिजली उत्पादन क्षमता में वृद्धि
✅ आधुनिक तकनीक से दक्षता में सुधार
✅ पुरानी मशीनों को बदलकर बेहतर आउटपुट सुनिश्चित किया जाएगा
निष्कर्ष
गिरी पावर हाउस का आधुनिकीकरण हिमाचल प्रदेश की जल विद्युत परियोजनाओं को और मजबूत करेगा। इस परियोजना से प्रदेश में बिजली आपूर्ति को और स्थिर करने में मदद मिलेगी। अब देखना होगा कि यह प्रोजेक्ट कितनी जल्दी पूरा किया जाता है और प्रदेश को इससे कितने लाभ मिलते हैं।
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