HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में इन दिनों आग की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। रोजाना प्रदेश में आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है जिससे लाखों की वन संपदा आग की भेंट चढ़ गई है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अप्रैल माह में ही 700 से ज्यादा जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी है जिससे सरकार को लाखों का नुक्सान हो चुका है। सड़कों के साथ सटे जंगलों में अग्निशमन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पा रहे हैं।
अब तक जंगलों में आग लगने से चीड़ और देवदार के कई पेड़ आग की भेंट चढ़ चुके हैं। बता दें कि एक अप्रैल से अब तक 719 जंगलों में आग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इससे चार हजार हेक्टेयर के करीब वन भूमि पर आग की चपेट में आई है। इस साल अब तक प्रदेश सरकार को जंगलों में लगी आग से 95 लाख रुपये का नुक्सान हो चुका है। फिलहाल वन विभाग के साथ अग्निश्मन विभाग की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं, लेकिन आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
हिमाचल प्रदेश में मार्च और अप्रैल माह के सूखे ने भी आग की घटनाओं में बढ़ोतरी की है। बता दें कि कुछ लोग सोचते हैं कि जंगलों को आग लगाने से घास अच्छी उगेगी, साथ ही बारिश भी होती है, लेकिन ऐसी सोच से जंगलों को ही नुक्सान पहुंच रहा है। गर्मियों के मौसम में हिमाचल प्रदेश में करोड़ों की वन संपदा आग की भेंट चढ़ जाती है। कई जीव-जंतु अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। पहाड़ में कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां गाड़ियां तक नही पहुंच पाती हैं। ऐसे में गर्मियों के मौसम में आग से जंगलों को खासा नुक्सान उठाना पड़ रहा है।