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सुक्खू सरकार के भरोसे पर खरा उतरा राज्य कर एवं आबकारी विभाग, दारू ने भर दिया संदेश

परसेंटेज में किन्नौर, बद्दी,ऊना , सिरमौर तो रेवेन्यू में, शिमला और कांगड़ा ने मारी बाजीबद्दी,

HNN/ नाहन

प्रदेश का राज्य कर एवं आबकारी विभाग द्वारा की गई प्रदेश के 12 जिलों के शराब के ठेकों की नीलामी को लेकर सरकार के भरोसे पर खरा उतरा है। विभाग द्वारा लिए गए ठेकों की नीलामी कम टेंडर का फैसला साथ ही सिरमौर एक्साइज द्वारा किया गया एक्सपेरिमेंट जबरदस्त साबित हुआ है।

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रिकॉर्ड कायम करते हुए 40 फ़ीसदी अधिक दाम पर शराब के ठेकों की नीलामी हुई है। यानी बीते वर्ष की तुलना में इस बार 518 रुपए अधिक में शराब के ठेके नीलामी तथा टेंडर प्रक्रिया में बिके हैं। अब यदि परसेंटेज वाइज बात की जाए तो इसमें 66 फ़ीसदी किन्नौर, बद्दी यानी बीवीएन 60 फ़ीसदी ऊना 52 पर्सेंट तथा 47 फ़ीसदी अचीवमेंट को लेकर सिरमौर चौथे स्थान पर रहा है।

अब यदि रेवेन्यू स्तर पर बात की जाए तो इस में पहले स्थान पर शिमला तथा दूसरे स्थान पर कांगड़ा जिला रहा है। इसकी बड़ी वजह यह भी है कि यह दोनों जिले जनसंख्या तथा क्षेत्रफल के हिसाब से भी बड़े हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो इस बार राज्य सरकार को प्रदेश के शराब के ठेकों की नीलामी से 1815 करोड़ का राजस्व मिला है।

तो वहीं सरकार के द्वारा एक्साइज ड्यूटी से इस बार 2351 करोड़ में कमाई जाने का लक्ष्य भी रखा गया है। किए गए वायदे पूरे हो सके इसको लेकर प्रदेश की श्वेत क्रांति को चरितार्थ करने के लिए शराब की बोतल पर 10 रुपए प्रति बोतल के हिसाब से दूध प्रोडक्शन सेस लगाया है। अब यदि बेचने के लिए लक्षित लिकर की बात की जाए तो उस हिसाब से लगाए गए सेस से सरकार को 100 करोड़ रूपए से अधिक की अतिरिक्त आमदनी होने का अनुमान है।

उधर, विभाग के आयुक्त यूनुस खान के द्वारा खबर की पुष्टि भी की गई है। उन्होंने विभाग की पूरी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई भी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका पूरा प्रयास है कि विभाग के अंतर्गत आने वाले तमाम संसाधनों का उचित प्रकार से दोहन हो सके ताकि सरकार को एक बेहतर राजस्व मिले।


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