Himachalnow / नाहन
जब तक सड़क की स्थिति सामान्य नहीं होती, तब तक एहतियात के तौर पर सीमित बस सेवाएं जारी रहेंगी
राज्य में ताजा बर्फबारी के कारण एचआरटीसी के 156 बस रूट बंद हो चुके हैं। शनिवार को भी यह बस रूट बहाल नहीं हो पाए। इनकी संख्या शुक्रवार को 134 थी तो शनिवार को यह बढक़र 156 पर पहुंच गई। ऊपरी शिमला के लिए अभी भी बसों का संचालन नहीं हो पाया है। शिमला ग्रामीण के 22 बस रूट पूरी तरह से प्रभावित हैं, जिनके लिए बसें नहीं भेजी गईं। तो वहीँ सिरमौर में भी बर्फ बारी से काफी रूट प्रभावित है।
सिरमौर में बर्फबारी से परिवहन व्यवस्था बाधित
सिरमौर जिले के ऊपरी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी और बारिश के कारण एचआरटीसी के कई रूट प्रभावित हो रहे हैं। खासतौर पर हरिपुरधार क्षेत्र की ओर जाने वाली बस सेवाएं नियमित रूप से अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रही हैं। इससे जहां हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं स्थानीय लोगों को भी आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
हरिपुरधार क्षेत्र के रूट पर विशेष असर
अंतरराज्यीय बस अड्डा नाहन के प्रभारी नासिर मोहम्मद ने बताया कि बर्फबारी के चलते हरिपुरधार क्षेत्र की तरफ जाने वाली निगम की दो बसें अपनी निर्धारित सेवाएं पहले हिमपात से ही नहीं दे पा रही हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य रूट भी बाधित हो गए हैं, जिससे यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
फिसलन और दुर्घटनाओं का अंदेशा
बर्फबारी के बाद हरिपुरधार क्षेत्र की सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए बस चालकों और परिचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे केवल सुरक्षित सड़कों पर ही बसों का संचालन करें और किसी भी तरह का जोखिम न उठाएं। प्रबंधन ने इस बात पर जोर दिया है कि चालकों को सड़कों की स्थिति के अनुसार बस संचालन के लिए निर्देशित किया गया है।
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता
बर्फबारी के कारण न केवल निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी दैनिक आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रबंधन ने कहा है कि जब तक सड़क की स्थिति सामान्य नहीं होती, तब तक एहतियात के तौर पर सीमित बस सेवाएं जारी रहेंगी। बर्फबारी ने सिरमौर जिले की परिवहन व्यवस्था को प्रभावित कर दिया है, लेकिन एचआरटीसी ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सतर्कता बरतने की बात कही है। स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं।