National-child-protection-p.jpg

सिरमौर में फेल हुआ राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम

14,575 स्कूली कन्याओं को कोविड- के बाद से नहीं मिला आयरन और फोलिक एसिड

HNN/ नाहन

भारत सरकार का एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम जिला सिरमौर में धड़ाम हो गया है। जिला सिरमौर के स्कूलों में पढ़ने वाली करीब 14,575 लड़कियों को कई महीनों से आयरन और फोलिक एसिड की टेबलेट नहीं मिल पाई है। जिसके चलते बच्चियों में कमजोरी को लेकर बनाया गया सुरक्षा चक्कर टूटने लग पड़ा है।

हालांकि अधिकतर स्कूलों के प्रिंसिपलस का कहना है कि उनके पास आयरन की कुछ टेबलेट पड़ी है मगर वह सब एक्सपायर हो चुकी है। मालियों, बर्मा पापड़ी, रामाधौन आदि विद्यालयों के प्रिंसिपल का कहना है कि उनके स्कूलों में नवंबर के बाद से फॉलिक और आयरन के टेबलेट नहीं आई हैं। हालांकि एल्बेंडाजोल और सिरप की सप्लाई बराबर आ रही है।

मगर आयरन और फोलिक एसिड की सप्लाई खबर लिखे जाने तक जिला मुख्यालय नहीं आ पाई थी। अब आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत साल में दो या तीन बार एनीमिया के लिए स्क्रीनिंग भी की जाती है। सूत्रों की माने तो जिला सिरमौर में महिलाओं सहित बच्चियों में भी काफी डेफिशियेंसी पाई गई है।

जिला सिरमौर में महिलाओं की साक्षरता दर 78.8 फीसदी है। वहीं 1000 पुरुषों पर 918 महिलाएं हैं। 2011 की मतगणना के अनुसार जिला में 2,53,566 महिलाएं हैं। तो 2022-23 का अनुमानित चार्ट अगर बनाया जाता है तो जिला में 6 लाख 12 हजार 300 महिलाएं हैं। ऐसे में जहां स्कूली बच्चियों को आयरन के टेबलेट एनीमिया में ज्यादा जरूरत होती है।

वहीं गर्भवती स्त्रियों को फोलिक एसिड की टेबलेट की ज्यादा जरूरत होती है। जिला के स्वास्थ्य विभाग में इनकी सप्लाई का ना आना फिलहाल चिंता का विषय है। उधर, जिला सिरमौर के सीएमओ अजय पाठक का कहना है कि स्कूलों में एल्बेंडाजोल और सिरप बराबर सप्लाई दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवंबर के बाद सप्लाई नहीं आई थी मगर आयरन की आज सप्लाई आई है।


Posted

in

,

by

Tags: