HNN/ श्री रेणुका जी
मां और बेटे के पावन मिलन का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका मेला आज से शुरू हो गया है। आज ढोल-नगाड़े के साथ भगवान परशुराम के जयकारों से रेणुका घाटी गूंज उठी। आज परशुराम की पालकी का राजपरिवार के सदस्यों ने गिरि नदी के तट पर अभिनंदन किया।
इस दौरान गिरी नदी के तट पर देव अभिनंदन की परंपरा को शाही परिवार के सदस्य एवं पूर्व विधायक कंवर अजय बहादुर सिंह ने परिवार सहित निभाया। पूजा अर्चना कर शाही परिवार के सदस्यों द्वारा पालकी को कंधा देकर परंपरा निभाई गई।
ढोल नगाड़े के साथ भगवान परशुराम के जयघोष से समूची रेणुका घाटी गुंजायमान हो उठी। बता दें कि भगवान परशुराम जन्म स्थान के मुख्य मंदिर से चांदी की पालकी में माता रेणुका से मिलने रेणुका पहुंचते हैं। मां-बेटे के इस मिलन पर ही यह मेला मनाया जाता है। दूसरी पालकी भगवान परशुराम के मंदिर से लाई जाती है।