Himachalnow / ऊना / वीरेंद्र बन्याल
सनातन संस्कृति के सच्चे संरक्षक
रौनखर गांव के निवासी और समाजसेवी रमेश शर्मा ने सनातन संस्कृति और पुरातन धरोहरों के संरक्षण के लिए एक मिसाल पेश की है। उप तहसील जोल और ग्राम पंचायत खरयालता के अंतर्गत तलमेहड़ा से डीहर सड़क पर स्थित गांव रौनखर में रमेश शर्मा और उनकी धर्मपत्नी कांता देवी द्वारा एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। यह मंदिर न केवल सनातन आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।
ग्रामवासियों के अनुरोध पर किया संकल्प
ग्राम वासियों की वर्षों पुरानी मांग पर रमेश शर्मा ने अपने पुश्तैनी गांव में इस मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया। उनके इस प्रयास की सराहना करते हुए, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तलमेहड़ा के प्रधानाचार्य जीवन मोदगिल ने बताया कि रमेश शर्मा पहले भी सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए लाखों रुपये दान कर चुके हैं। जालंधर में कारोबार करने वाले रमेश शर्मा का अंब में भी अपना घर है, जहां वह अधिक समय बिताते हैं।
ग्रामवासियों की आस्था का केंद्र
मंदिर निर्माण कार्य प्रगति पर है और ग्रामवासियों में इसे लेकर उत्साह है। गांव के लोगों ने रमेश शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल गांव की ऐतिहासिक विरासत को संजोने का कार्य किया है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। जीवन मोदगिल ने स्थानीय युवाओं से इस तरह के पुण्य कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। रमेश शर्मा का यह प्रयास ग्रामीण समुदाय के लिए प्रेरणा बनकर उभरा है।