धरयार से मड़ीघाट तक सड़क सबसे ज्यादा खस्ताहाल
HNN/पच्छाद
हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के गृह क्षेत्र पच्छाद उपमंडल की सड़कों की हालत लगातार खस्ताहाल होती जा रही है। इन दिनों सबसे ज्यादा खस्ताहाल 40 किलोमीटर सड़क धरयार नारग मरयोग है। इस सड़क पर दो वर्ष पहले शुरू हुआ जीर्णोद्वार कार्य पिछले दो माह से बंद है।
पूर्व भाजपा सरकार के समय में इस सड़क के लिए 45 करोड़ रुपए की डीपीआर बनी थी। फिर बाद में इस राशि को घटाकर 38 करोड़ रुपए की डीपीआर बनी। उसके बाद इस सड़क के नवीनीकरण कार्य का बजट 34 करोड़ रुपए रखा गया था। मगर इस कार्य का टेंडर 28 करोड़ रुपए में हुआ।
इस सड़क के नवीनीकरण कार्य में जहां सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जानी है। वहीं सड़क में पुलिया डालने, ढंगे लगाने, रिटेनिंग वाल, पैराफिट और नालियां बनाने का कार्य शामिल है। सड़क के नवीनीकरण का जो काम दो वर्ष पूर्व शुरू हुआ, वह पिछले दो महीनों से बंद पड़ा है। पिछले कई वर्षों से लोक निर्माण विभाग में सड़क पर पेचवर्क भी नहीं किया है।
जिसके चलते सड़क का हालत बहुत खस्ता हाल हो चुकी है। सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क वाहन चालकों को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। जानकारी मिली है कि जिस ठेकेदार ने सड़क का टेंडर लिया था। उसने आगे तीन हिस्सों में छोटे ठेकेदारों को काम बांट दिया। क्षेत्र के युवा संजीव ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर, सर्वेश ठाकुर, रतन सिंह, राकेश कुमार, सुरेश कुमार, जितेंद्र शर्मा, राकेश शर्मा और विक्रांत सिंह ने बताया कि ठेकेदारों ने पिछले दो महीना से काम बंद कर रखा।
सड़क की खस्ता हालत वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबक बन गई है। वहीं धरयार से लेकर मड़ीघाट तक ठेकेदार ने कटिंग कर पत्थर भी सड़क के किनारे ही रखे हैं। जिससे कि सड़क बहुत तंग हो चुकी है। जिससे वाहनों को पास देने में चालकों को भारी परेशानी हो रही है।
उधर जब इस संदर्भ में लोकनिर्माण विभाग पच्छाद उपमंडल के अधिशासी अभियंता दिलीप कौंडल से बात की गई। तो उन्होंने बताया कि ठेकेदारों की बैठक बुलाई गई थी। ठेकेदारों ने बताया कि उनकी मशीनरी खराब हो गई थी। एक्सईएन ने बताया कि अगर जल्द काम शुरू नहीं होगा, तो ठेकेदारों के खिलाफ विभाग अगली कार्रवाई करेगा।