Himachalnow / Delhi
भारत में NEET UG प्रवेश प्रक्रिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) को विशेष काउंसलिंग राउंड आयोजित करने का निर्देश दिया गया है ताकि खाली पड़ी मेडिकल सीटों का उपयोग हो सके। कोर्ट ने यह भी कहा कि डॉक्टरों की कमी को देखते हुए कीमती मेडिकल सीटें बर्बाद नहीं होनी चाहिए।
NEET UG प्रवेश की तिथि बढ़ी
सुप्रीम कोर्ट ने पांच दौर की काउंसलिंग के बावजूद खाली रह गई मेडिकल सीटों की संख्या को ध्यान में रखते हुए NEET UG प्रवेश की अंतिम तिथि 30 दिसंबर 2024 तक बढ़ा दी है। कोर्ट ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि खाली सीटों को भरने के लिए नए सिरे से काउंसलिंग का आयोजन किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला: डॉक्टरों की कमी पर चिंता
न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति के. वी. विश्वनाथन की पीठ ने आदेश देते हुए कहा:
“देश डॉक्टरों की भारी कमी का सामना कर रहा है, ऐसे में कीमती मेडिकल सीटें बर्बाद नहीं होनी चाहिए। विशिष्ट परिस्थितियों को देखते हुए हम आखिरी मौके के तौर पर प्रवेश की अवधि बढ़ाने के इच्छुक हैं।”
विशेष काउंसलिंग राउंड की आवश्यकता
पांच दौर की काउंसलिंग के बाद भी बड़ी संख्या में मेडिकल सीटें खाली रह गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर विशेष काउंसलिंग राउंड आयोजित करने का आदेश दिया।
- छात्रों की मांग: उम्मीदवारों ने शेष खाली सीटों के लिए विशेष काउंसलिंग राउंड की अपील की थी।
- सुप्रीम कोर्ट का आदेश: कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया अंतिम मौका होगी और सभी प्रवेश केवल राज्य प्रवेश अधिकारियों के माध्यम से ही होंगे।
सीधे प्रवेश पर रोक
कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोई भी कॉलेज छात्रों को सीधे प्रवेश नहीं दे सकेगा। सभी प्रवेश सरकारी काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत ही होंगे।
- प्रतीक्षा सूची के छात्रों को प्राथमिकता:
कोर्ट ने कहा कि केवल प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) वाले अभ्यर्थियों को ही इन सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। - पहले हुए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं:
अदालत ने यह भी सुनिश्चित किया कि आवारा/विशेष प्रवेश प्रक्रिया से पहले तय हो चुके प्रवेश में कोई बाधा न आए।
मेडिकल सीटें बर्बाद होने से रोकने का प्रयास
सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम इस बात को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि मेडिकल सीटें खाली न रहें।
- यह निर्णय न केवल छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि देश के चिकित्सा ढांचे को मजबूत करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष
NEET UG 2024 के लिए यह विशेष काउंसलिंग राउंड उन छात्रों के लिए एक और अवसर लेकर आया है, जो अब तक प्रवेश नहीं ले सके। सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय छात्रों के हित में है और यह सुनिश्चित करता है कि देश को डॉक्टरों की कमी से निपटने के लिए और अधिक प्रशिक्षित पेशेवर मिलें।
इस आदेश से मेडिकल शिक्षा की प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनेगी।