पंजाब के मोहाली जिले के सोहाना गांव में शनिवार को एक बड़ी दुर्घटना घटित हुई, जब एक चार मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे में पांच लोग मलबे में दब गए, जिनमें तीन लड़के और दो लड़कियां थीं। घटना में एक लड़की की मौत हो गई, जबकि अन्य लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। आइए जानते हैं इस हादसे से जुड़ी अहम जानकारी।
घटना का विवरण
इमारत का ढहना
शनिवार शाम, मोहाली के सोहाना गांव में एक बहुमंजिला इमारत अचानक ढह गई। यह घटना उस समय हुई जब इमारत में पांच लोग मौजूद थे। हादसे के बाद से ही बचाव कार्य तेज़ी से शुरू किया गया, लेकिन एक लड़की की मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दबने वाली लड़की की पहचान
हादसे में एक लड़की की पहचान 20 साल की दृष्टि वर्मा के रूप में हुई है। वह हिमाचल प्रदेश के ठियोग जिले की रहने वाली थी। मलबे से गंभीर हालत में निकाले जाने के बाद उसे सोहाना अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी चोटों के कारण उसकी मौत हो गई।
बचाव कार्य और जांच
मलबे से बचाव
घटना के तुरंत बाद, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और सेना की टीमों ने बचाव अभियान शुरू किया। कई उत्खनन मशीनों को मलबे को हटाने के लिए लगाया गया। इसके अलावा, एम्बुलेंस और चिकित्सा टीमें भी तैनात की गई थीं। इस बचाव कार्य में पुलिस और अन्य अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दीपक पारीक ने बताया कि पुलिस ने इमारत के मालिकों, परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच शुरू कर दी गई है ताकि इस हादसे के कारणों का पता चल सके।
अस्पतालों को किया अलर्ट
घटना के मद्देनज़र, शहर के प्रमुख अस्पतालों जैसे सिविल अस्पताल, फोर्टिस, मैक्स और सोहाना अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया था। इस दौरान सभी अस्पतालों ने आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयारियां की थीं।
हादसे के कारण
खुदाई का काम और इमारत का ढहना
इस हादसे के कारण के बारे में जानकारी सामने आई है कि हादसे के वक्त इमारत के पास के खाली प्लॉट में खुदाई का काम चल रहा था। इस खुदाई की वजह से इमारत की नींव कमजोर हो गई, जिससे वह ढह गई। यह हादसा इसी वजह से हुआ, और इसने एक बड़े खतरे को जन्म दिया।
मुख्यमंत्री का बयान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
निष्कर्ष
यह हादसा एक बड़ी चेतावनी है, जिससे हमें अपनी इमारतों और निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों को गंभीरता से पालन करने की आवश्यकता को समझना चाहिए। इस दुर्घटना ने न केवल एक परिवार को खोने का दुख दिया, बल्कि पूरे समाज को एक बार फिर यह याद दिलाया कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जरूरी है कि निर्माण और खुदाई कार्यों में सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए।