Himachalnow / धर्मशाला
(आरबीआई-आईओएस)
नड्डी में आयोजित एक जागरूकता शिविर के दौरान, डिजिटल फ्रॉड से बचने और सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं को अपनाने के लिए खास टिप्स साझा किए गए। इस कार्यक्रम का आयोजन आरबीआई लोकपाल कार्यालय, शिमला द्वारा अग्रणी जिला प्रबंधक, धर्मशाला के सहयोग से किया गया।
इस कार्यक्रम में आरबीआई के लोकपाल शिमला शिव कुमार यादव, उप लोकपाल अनिल पंडोत्रा, पीएनबी के एजीएम भरत राज आनंद और कांगड़ा के अग्रणी जिला प्रबंधक तिलकराज डोगरा ने हिस्सा लिया।
आरबीआई की एकीकृत लोकपाल योजना 2021 की जानकारी
आरबीआई लोकपाल शिव कुमार यादव ने बताया कि एकीकृत लोकपाल योजना (आरबीआई-आईओएस) ग्राहकों की बैंकिंग शिकायतों को सुलझाने की एक सरल और प्रभावी प्रक्रिया है । इस योजना के तहत, ग्राहक एक ही पोर्टल, ईमेल, या पते का उपयोग करके बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से जुड़ी अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। साथ ही, ग्राहक दस्तावेज़ अपलोड करने, शिकायतों की स्थिति ट्रैक करने और सुझाव देने की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं।
डिजिटल फ्रॉड से बचाव के सुझाव
भरत राज आनंद, एजीएम, पीएनबी ने बताया कि:
- सुरक्षित और प्रमाणित वेबसाइटों का ही उपयोग करें।
- बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- मोबाइल या ईमेल में बैंकिंग पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारी लिखकर न रखें।
उन्होंने जोर देकर कहा कि साइबर फ्रॉड से सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अगर किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल, ईमेल, या मैसेज आए और वह आपकी व्यक्तिगत जानकारी मांगे, तो सतर्क रहें। किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और अनजान अटैचमेंट को डाउनलोड न करें।
बैंकिंग में सतर्कता अपनाएं
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने कहा कि डिजिटल और बैंकिंग धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, उपभोक्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और हमेशा सुरक्षित लेन-देन सुनिश्चित करना चाहिए।
इस मौके पर स्थानीय अधिकारी, बैंक उपभोक्ता और कई नागरिक भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और नागरिकों को सुरक्षित बैंकिंग के लिए प्रोत्साहित करना था।