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आखिर सिरमौर में भाजपा की हार का ठीकरा फूटा कुलदीप, बलदेव और रूप सिंह के सर

Ankita | Jun 30, 2023 at 3:30 pm

सुरेंद्र हिंदुस्तानी को बनाया जिला भाजपा का उपाध्यक्ष

HNN/ नाहन

आखिर करीब 7 महीनों के बाद जिला सिरमौर के 3 विधानसभा क्षेत्र में हुई भाजपा की करारी हार के बाद तीन पदाधिकारियों को पद मुक्त कर दिया गया है। जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार शिलाई विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले भाजपा के जिला उपाध्यक्ष कुलदीप राणा को पद मुक्त कर दिया गया है। वहीं पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले भाजपा जिला महामंत्री बलदेव कश्यप को भी पद मुक्त कर दिया गया है।

श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में नारायण सिंह की की हुई करारी हार का ठीकरा भी भाजपा के 1 बड़े पदाधिकारी के सर फूटा है।
जिला भाजपा अध्यक्ष के द्वारा इसी विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रूप सिंह को भी उनके पद से पद मुक्त किया है। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इनको पद मुक्त को किस कारण से किया गया है इस बारे में मीडिया को जानकारी नहीं दी गई है।

मगर माना जा रहा है कि भाजपा ने अपनी हार का ठीकरा इन तीन प्रमुख पदाधिकारियों के सर फोड़ा है। वहीं शिलाई विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले नाहन में सेटल सुरेंद्र हिंदुस्तानी को जिला सिरमौर भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनकी इस नियुक्ति को लेकर उनके समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया है। माना जा रहा है कि सुरेंद्र हिंदुस्तानी की नियुक्ति के पीछे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की रणनीति भी शामिल है।

सुरेंद्र हिंदुस्तानी भाजपा के कर्मठ सिपाही भी हैं। यही नहीं सुरेंद्र हिंदुस्तानी एक अच्छे अधिवक्ता के साथ साथ बेहतर रणनीतिकार भी है। बरहाल जिला सिरमौर में इन तीन प्रमुख पदाधिकारियों के पद मुक्त किए जाने क को लेकर इनके समर्थकों ने बड़े सवाल भी खड़े किए हैं। बलदेव कश्यप का कहना है कि उन्हें किसी को भी पार्टी की ओर से शो कॉज नोटिस भी नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनका पद मुक्त किया जाना किस लिए किया गया है इसकी कम से कम उन्हें जानकारी तो दी जानी चाहिए थी और ना ही उनसे कोई स्पष्टीकरण लिया गया।

बलदेव कश्यप ने कहा कि खुद की कमजोरियों का और कमजोर संगठन का ठीकरा पार्टी के निष्ठावान पदाधिकारियों के सर जानबूझकर छोड़ा गया है। उन्होंने यहां तक भी कहा कि उनके पास भी कई ऐसे ठोस सबूत है जिनके खुलासे के बाद खुद को दिक्कत कहलाने वाले संकट में पड़ जाएंगे। बलदेव कश्यप ने यहां तक कहा कि जिला में प्रदेश अध्यक्ष के होने के बावजूद नैतिकता के आधार पर सबसे पहले जिला अध्यक्ष को भी अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए था।

उन्होंने तो यहां तक भी कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले प्रदेश विपणन बोर्ड के अध्यक्ष रहे बलदेव भंडारी के खुद के बूथ से कांग्रेश को लीड मिली है। ऐसे में उनको पार्टी से निष्कासित क्यों नहीं किया गया है। वहीं पद मुक्त किए गए पदाधिकारियों के समर्थकों का कहना है कि चुनाव से पहले जो फीडबैक पार्टी के द्वारा लिया गया था उसमें 75 फ़ीसदी वोट बलदेव तोमर के पक्ष में टिकट के लिए पड़े थे।

बावजूद इसके उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा और ईमानदारी को दरकिनार करते हुए रीना कश्यप को टिकट दे दिया गया था। बलदेव तोमर ने कहा कि उन्होंने ना कभी पार्टी के खिलाफ कोई शब्द बोला है और ना ही पार्टी की निष्ठा को ले करके कोई सवाल उठाया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कुछ अवसरवादीयों के हाथ में पार्टी का संचालन पड़ गया था जिसके चलते निष्ठावान पदाधिकारियों को हाशिए पर रखा गया।

उन्होंने कहा कि अब पार्टी का नेतृत्व डॉ. राजीव बिंदल के हाथ है। उन्होंने कहा कि डॉ. राजीव बिंदल पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के मान सम्मान को अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह पहले भी पार्टी के प्रति निष्ठावान थे और आगे भी पार्टी के लिए निष्ठावान बने रहेंगे। बलदेव कश्यप ने यह भी स्पष्ट किया कि जिला में भाजपा का नेतृत्व कमजोर हाथ में है यदि जल्द ही इस नेतृत्व को ना बदला गया तो आने वाले समय में जिला से भाजपा की सभी पांचों सीटों का सफाया भी होगा।

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